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मैंने लिखा था, “यह सोचना बड़ा मुश्किल लगता है कि अगले दिन ही रुपये की चाल पलट जाये। लेकिन अगर ऐसा हो जाये तो मुझे आश्चर्य भी नहीं होगा।” इसके आगे मैंने लिखा था, “भले ही अभी 68.80 पर शिखर बनने का कोई स्पष्ट संकेत न मिला हो, लेकिन इस संभावना को ध्यान में रखा जा सकता है।” इससे पिछले दिन बुधवार को रुपये में डॉलर का भाव अपनी ऐतिहासिक ऊँचाई के स्तर 68.80 पर बंद भी हुआ था।
बुधवार को दिन का ऊपरी स्तर और बंद स्तर एक ही होने से स्पष्ट था कि डॉलर की मजबूती, यानी रुपये में कमजोरी का रुझान जरा भी हल्का नहीं पड़ा था। इसलिए अगले दिन सुबह बाजार खुलते ही इसका रुझान उल्टा रहेगा, यह सोचना मुश्किल लग रहा था। लेकिन तकनीकी वजहों के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के इस फैसले ने भी रुपये को सँभाला कि सरकारी तेल कंपनियों की डॉलर संबंधी जरूरतों के लिए वह एक अलग खिड़की खोलेगा। आरबीआई की ओर से ऐसा कदम उठाये जाने की अटकलें तो महीनों से चल रही थी, पता नहीं क्यों आरबीआई ने इसमें इतनी देरी की! खैर, मुद्रा बाजार की बातें वे सबसे बेहतर जानते हैं।
अब आज के कारोबार में क्या रुपया और सँभल पायेगा? बुधवार को डॉलर की कीमत ने ऊपर की ओर एक अंतराल (राइजिंग गैप) बनाया था, जिसका निचला छोर 66.30 पर था। कल डॉलर की कीमत नीचे 66.51 तक आयी। आज यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या डॉलर का भाव इस अंतराल को भरने के लिए 66.30 तक आकर वहीं से ऊपर बढ़ने लगता है या इससे भी नीचे जाता है। अगर यह भाव 66.30 के नीचे जाने लगा तो मैं उम्मीद करूँगा कि यह मई 2013 के निचले स्तर 53.63 से अभी बने ताजा शिखर 68.80 तक की उछाल की 23.6% वापसी के स्तर 65.22 रुपये तक जा सकता है। वहाँ एक बार फिर यह देखना होगा कि आगे यह और नीचे जाता है या 65.22 के ऊपर टिके रहने की कोशिश करता है। वहाँ इसकी अगली दिशा तय होगी।
इस बीच शेयर बाजार ने भी खुद को कुछ सँभाला है। बुधवार को बने निचले स्तर 5119 के मुकाबले निफ्टी का कल गुरुवार का बंद स्तर 5429 का रहा, यानी ताजा तलहटी से यह 300 अंक से ज्यादा सँभल गया। लेकिन अगर आप जुलाई-अगस्त के दौरान निफ्टी की चाल का चार्ट देखें, तो इसे देख कर ज्यादा भरोसा नहीं जगता। अब भी यह एक गिरती पट्टी (चैनल) के अंदर चलता दिखाई दे रहा है।
कल इसका ऊपरी स्तर 5429 का रहा है। अगर यह आज शुक्रवार के कारोबार में इसे पार करे, बल्कि थोड़ा और ऊपर 5450 के आगे जाने लगे, तभी मानना चाहिए कि यह उछाल थोड़ी और आगे जाने की क्षमता रखती है। वैसी हालत में यह इस गिरती पट्टी से भी बाहर निकलता नजर आयेगा।
लेकिन क्या यह 5500 के आगे ज्यादा दूर तक जा सकेगा? अगर चला जाये तो चार्ट पर स्थिति कुछ बदलती नजर आयेगी। खास कर 5529 पार करके इसके ऊपर टिकने पर पिछले कुछ हफ्तों से निचले शिखर और निचली तलहटी का सिलसिला टूटेगा। साथ ही 5755-5119 की गिरावट की 61.8% वापसी का स्तर भी 5112 पर है। इसलिए मोटे तौर पर 5530 के ऊपर जाने पर कहानी कुछ बदलती हुई लगेगी। लेकिन जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक यह मानने के ज्यादा कारण नहीं हैं कि बाजार की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव आ गया है।
कल निफ्टी अपने 10 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) 5396 के ऊपर आ गया। अभी यह 10 एसएमए तेजी से नीचे आ रहा है, इसलिए आज यह 5365-5370 के आसपास नजर आयेगा। अगर निफ्टी फिर से 10 एसएमए के नीचे फिसल जाये तो इसे बाजार की स्पष्ट चेतावनी समझना चाहिए।
अगर जुलाई-अगस्त का चार्ट देखें, तो निफ्टी ने पहले 6093 से 5487 तक, यानी 606 अंक की गिरावट दर्ज की। इसके बाद यह 5755 से 5119 तक, यानी 636 अंक गिरा। अगर कहीं निफ्टी ने मौजूदा स्तरों के आसपास से फिर फिसलना शुरू किया और पिछली दो बार की संरचना को ही दोहराया तो नीचे की नयी चाल इसे 5000 के नीचे ले जा सकती है। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 29 अगस्त 2013)
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