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राजीव रंजन झा
दबंग सेंसेक्स (Sensex) ने 20,000 का स्तर छू लिया है और दबंग निफ्टी (Nifty) ने 6,000 का, इसलिए अब अगर भारतीय बाजार थोड़ा नीचे आ भी गया तो मुन्नी ज्यादा बदनाम नहीं होगी।
मैंने 14 सितंबर को लिखा था कि अब निफ्टी का अगला स्टेशन मुझे 5900-6000 पर दिख रहा है। उस समय निफ्टी 5800 पर था, लोग 5850 पर बाधा देख रहे थे। लेकिन मेरे मन में सवाल था कि 20,000 और 6000 जैसे इन बड़े मनोवैज्ञानिक स्तरों के इतने पास आने के बाद सेंसेक्स-निफ्टी इन्हें छुए बिना वापस लौट जायेंगे क्या? तब कहा था ना कि दबंग लोग ऐसा नहीं किया करते!
खैर, अब आगे क्या होने वाला है? कई विश्लेषकों के हिसाब से निफ्टी के लिए 6030-6050 पर बाधा है। कल इसी बाधा पर निफ्टी अटका भी। लेकिन यह बाधा कितनी मजबूत है, यह आज कल में साफ हो जायेगा। दलाल स्ट्रीट पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के डॉलर की बाढ़ इसी तरह से रही तो इस बाधा का टिकना मुश्किल होगा। फिर तो करीब 350 अंक दूर 6357 के ऐतिहासिक शिखर तक निफ्टी का जाना तय मानें। लेकिन अगर फेडरल रिजर्व की किसी टिप्पणी या फैसले ने यह धारा रोक दी, तब क्या होगा? कई विश्लेषक चेतावनी दे रहे हैं कि हम मध्यम अवधि के लिए बाजार के शिखर पर खड़े हैं, और ज्यादा आगे जाने की गुंजाइश नहीं है। एफआईआई खरीदारी रुकते ही उनकी चेतावनी सच हो जायेगी।
लेकिन आपको निफ्टी के चार्ट पर बना आइना याद है ना। नहीं याद है तो http://www.sharemanthan.in/index.php/rag-bazaari/9080-rajeev-ranjan-jha-column-20100915 पर देख लें। इस आइने पर बनता प्रतिबिंब तो यही कह रहा है कि इस उछाल में निफ्टी को 6357 का पिछला शिखर जरूर छू लेना चाहिए। लेकिन अगर निफ्टी 350 अंकों का यह सफर अभी तय करेगा, तो इस सफर में कुछ झटकों के लिए भी तैयार रहें। आइने के हिसाब से लग रहा है कि बाजार यहीं से थोड़ी पलटी मार सकता है। वैसा होने पर 5825 का स्तर ध्यान में रखें। काफी संभावना रहेगी कि निफ्टी वहाँ तक फिसलने के बाद फिर से चढ़े और 6260 तक जाये।
अगर फेडरल रिजर्व ने बाजार को खुश कर दिया, या उसकी खट्टी-मीठी बातों को नजरअंदाज करके एफआईआई ने यहाँ खरीदारी जारी रखी, तो मुमकिन है कि निफ्टी 5825 की बात भूल कर सीधे 6250 तक चला जाये। वैसी हालत में पक्का मानें कि थोड़ा-सा रुकने के बाद अगली छलांग में निफ्टी अब तक के सबसे ऊँचे शिखर पर होगा।
पर याद रहे कि अगर करीब 6000 के इन्हीं स्तरों से कोई गिरावट आने पर निफ्टी 5825 या इसके आसपास से वापस नहीं सँभला तो यह खतरे का संकेत होगा। (शेयर मंथन, 22 सितंबर 2010)
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