बीएसई (BSE) पर आज कारोबार में वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) का शेयर अपने पिछले बंद भाव 8.63 रुपये के मुकाबले उछल कर 10.78 रुपये तक चला गया।
हालाँकि ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली की वजह से यह थोड़ा नीचे आया और आखिरकार 21.90% की बढ़ोतरी के साथ 10.52 रुपये पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी का बाजार पूँजीकरण 30,229.63 करोड़ रुपये है। इसका 52 हफ्तों का ऊपरी स्तर 14.00 रुपये है। इसका 52 हफ्तों का निचला स्तर 2.61 रुपये है, जो इसने 15 नवंबर 2019 को बनाया था। यदि इस स्तर से तुलना करें तो लगभग साढ़े छह महीनों में इस शेयर की कीमत चार गुना हो गयी है।
इन साढ़े छह महीनों में कई खबरों ने इस शेयर की चाल को प्रभावित किया। एजीआर मामले में जब भी देनदारी बढ़ने की खबर आयी, शेयर फिसला। लेकिन इस मामले में जब भी राहत के संकेत मिले, शेयर उछलता दिखा। यूके की दिग्गज कंपनी वोडाफोन की ओर से इसमें पूँजी डालने की खबर ने भी इस शेयर को नये पंख लगा दिये। इसके अलावा निवेशक यह सोच कर भी इस शेयर पर दाँव लगा रहे हैं कि कंपनी अभी सस्ते मूल्यांकनों पर उपलब्ध है।
हालाँकि पिछले एक-डेढ़ हफ्तों से इसमें एक अलग ही चाल दिख रही है। बीएसई पर 27 मई को वोडाफोन आइडिया का शेयर 5.67 रुपये पर बंद हुआ था और पिछले सात कारोबारी सत्रों में यह 85% की उछाल दर्ज कर चुका है। दरअसल मई के आखिरी हफ्ते में मीडिया में इस आशय की खबरें आयी थीं कि अमेरिकी इंटरनेट दिग्गज गूगल (Google) इस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने वाला है। इसके बाद 29 मई को एक्सचेंजों ने वोडाफोन आइडिया से इस बारे में स्पष्टीकरण माँग लिया। 29 मई को ही दोपहर बाद कंपनी ने जवाब में कहा कि कॉरपोरेट रणनीति के तहत कंपनी लगातार ऐसे अवसरों की तलाश करती रहती है ताकि हिस्सेदारों की वैल्यू बढ़े। जब भी कंपनी का निदेशक मंडल इस तरह के प्रस्ताव पर विचार करेगा, सेबी के नियमों के तहत इसके बारे में एक्सचेंजों को सूचना दी जायेगी। वोडाफोन आइडिया ने उत्तर में यह भी जोड़ा कि फिलहाल इस तरह का कोई प्रस्ताव निदेशक मंडल के समक्ष नहीं है। (शेयर मंथन, 05 जून 2020)
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