भारतीय बाजार सोमवार को एक बार फिर चौतरफा बिकवाली के बीच कमजोर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) पर पिछली तारीख से टैक्स के साथ-साथ कमजोर नतीजों की चिंता बाजार पर हावी थी।
सेंसेक्स (Sensex) 261 अंक या 0.95% गिर कर 27,177 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी (Nifty) 91 अंक या 1.10% गिर कर 8,214 पर आ गया। बाजार ने अच्छे एशियाई संकेतों के चलते सकारात्मक शुरुआत की, मगर ऊपर टिक नहीं सका। लगातार फिसलते हुए निफ्टी ने मार्च 2015 की तलहटी 8269 को भी तोड़ दिया और दिन के निचले स्तर के पास 8213 पर बंद हुआ।
छोटे-मँझोले शेयरों पर बिकवाली की मार कहीं ज्यादा पड़ी। बीएसई मिडकैप में 2.10% और बीएसई स्मॉलकैप में 2.85% की भारी गिरावट आयी। एनएसई में भी सीएनएक्स मिडकैप में 2.28% और सीएनएक्स स्मॉलकैप में 3.29% की जबरदस्त गिरावट दर्ज हुई।
क्षेत्रवार देखें तो सबसे ज्यादा चोट रियल्टी शेयरों को लगी। बीएसई रियल्टी 3.96% लुढ़क गया। साथ ही हेल्थकेयर में 3.21%, तेल-गैस में 2.48%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.17%, एफएमसीजी में 1.73%, बैंकिंग में 1.33% और पावर में 1.27% की गिरावट आयी। सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में रहे, पर धातु (मेटल) सूचकांक केवल 0.08% गिरा और तुलनात्मक रूप से बेहतर स्थिति में रहा। ऑटो में भी केवल 0.18% की हल्की गिरावट आयी। (शेयर मंथन, 27 अप्रैल 2015)
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