शेयर मंथन में खोजें

बैंक ऑफ इंडिया का कंजंप्शन पर नया फंड, नितिन गोसर ने बताया- कैसे करेंगे निवेश!

बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड ने हाल ही में अपना नया फंड ऑफर पेश किया है, जो उपभोग विषय (कंजंप्शन थीम) पर आधारित है। यह फंड ऑफर ऐसे समय खुला है, जब उपभोग क्षेत्र सुस्ती से गुजर रहा है। इस नये फंड का नाम है ‘बैंक ऑफ इंडिया कंजंप्शन फंड’। 

इस फंड का ऑफर निवेश के लिए पिछले महीने 29 नवंबर को खुला और 13 दिसंबर को बंद हो जायेगा। यह फंड 23 दिसंबर को बाजार में सूचीबद्ध होगा। यह उपभोग विषय पर आधारित एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसका बेंचमार्क निफ्टी इंडिया कंजंप्शन टीआरआई है। इस फंड का प्रबंधन नितिन गोसर करने वाले हैं।

सीमित और अल्पकालिक है उपभोग की सुस्ती

नितिन गोसर उपभोग में जारी सुस्ती के बीच इस विषय पर नया फंड लाने के बारे में कहते हैं- 'उपभोग में सुस्ती अल्पकालिक है और सीमित है। उपभोग एक बड़ा विषय है, जिसमें कई क्षेत्र शामिल हैं। उनमें से कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में अभी सुस्ती है। खास तौर पर रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली वस्तुओं (एफएमसीजी) के खंड में सुस्ती दिख रही है।' वह बताते हैं कि उपभोग के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाली सुस्ती का कारण वृद्धि का चक्र होता है। अलग-अलग क्षेत्र अलग चक्रों के हिसाब से चलते हैं। यह 3-4 साल का चक्र होता है, जिसमें वृद्धि नये सिरे से समायोजित होती है।

प्रीमियमाइजेशन से गुजर रहा है भारत

उनका मानना है कि तेज तरक्की कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था में उपभोग का परिदृश्य बेहतर बना हुआ है। जैसे-जैसे भारत एक अर्थव्यवस्था के रूप में तरक्की करेगा और लोगों की आय बढ़ेगी, उपभोग का तरीका बदलेगा। पहले उपभोग में मात्रा के हिसाब से तेजी आ रही थी। अब लोगों का ध्यान गुणवत्ता और बेहतर अनुभव पर होगा। भारत में उपभोग क्षेत्र प्रीमियमाइजेशन से गुजरने वाला है।

आने वाले वर्षों में इन क्षेत्रों में संभावनाएँ

गोसर ने बताया कि उनका फंड अभी अपनी संपत्ति का 80% हिस्सा निवेश करेगा। बाकी 20% हिस्से को नकदी के रूप में रखा जायेगा, जिससे बेहतर मौके भुनाने की सहूलियत मिलेगी। उनका मानना है कि आने वाले कुछ वर्षों में प्रीमियमाइजेशन के बदलाव में कुछ क्षेत्र उभरकर सामने आने वाले हैं। उनमें वाहन (ऑटो), व्हाइट गुड्स, पर्यटन (टूरिज्म), यात्रा (ट्रैवल), आतिथ्य सत्कार (होटल एंड हॉस्पिटलिटी), आभूषण (ज्वेलरी), खुदरा (रिटेल) जैसे क्षेत्र प्रमुख हैं। उन्होंने कहा- कई बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ हैं, जो भारत में सूचीबद्ध नहीं हैं, लेकिन उनके साथ जुड़ी कुछ कंपनियाँ बाजार में हैं। हमारा ध्यान उन कंपनियों के ऊपर भी रहेगा। हम नहीं चाहते कि प्रीमियमाइजेशन की इस यात्रा में कोई कड़ी हमसे छूटे।

(शेयर मंथन, 10 दिसंबर 2024)

(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"