बाजार में आम धारणा थी कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) अपनी ब्याज दरों में 25 आधार अंक (25 bps) की कटौती करेगा, पर इसने सबको चौंकाते हुए 50 बीपीएस या 0.5% अंक की आक्रामक कटौती का फैसला किया है। एफओएमसी ने यह निर्णय 11-1 के बड़े बहुमत से किया।
अमेरिका के केंद्रीय बैंक (central bank) फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (FOMC) ने चेयरमैन जेरोम पॉवेल की अध्यक्षता में दो दिनों तक चली बैठक के बाद यह निर्णय किया। इस कटौती के बाद अब फेडरल रिजर्व की दर 4.75-5% के दायरे में आ गयी है। साथ ही, इस बात के संकेत हैं कि दरों में अगली कटौती इस साल दिसंबर में हो जायेगी।
एसऐंडपी 500 ने छुआ नया रिकॉर्ड
फेडरल रिजर्व की इस चौंकाने वाली घोषणा से अमेरिकी शेयर बाजार में एकदम से उत्साह बढ़ गया और एसऐंडपी 500 ने 5,670.81 के पिछले उच्चतम स्तर को पार करके 5,689.75 का एक नया उच्चतम रिकॉर्ड बनाया। हालाँकि इसके कुछ देर बाद इसमें नरमी आ गयी।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने 4 साल के बाद अपनी दरें घटायी हैं। श्रम बाजार में आ रहे धीमेपन से निपटने के लिए फेडरल रिजर्व ने यह आक्रामक रुख अपनाया है। अमेरिका में एक तरफ महँगाई दर भी नरम पड़ती दिख रही है, लेकिन साथ में रोजगार के आँकड़ों में भी सुस्ती आने लगी थी। इन दोनों पहलुओं को देखते हुए एफओएमसी की बैठक में यह निर्णय किया गया।
50 बीपीएस की आक्रामक कटौती क्यों?
फेडरल रिजर्व ने जुलाई 2023 के बाद से अब तक अपनी दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। तब से इसकी दरें 23 वर्षों के उच्चतम स्तरों पर टिकी हुई थीं। हालाँकि इस आक्रामक कटौती से बाजार में कुछ सवाल भी उठ सकते हैं कि अनुमानों से अधिक कटौती का कारण क्या है। दरअसल, इससे पहले बीते काफी वर्षों में फेडरल रिजर्व ने केवल दो मौकों पर एक साथ 50 बीपीएस की कटौती की थी। ये दोनों ही कटौतियाँ काफी बड़े संकटों के बीच हुई थीं, पहली बार वर्ष 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट के समय और फिर हाल में कोविड महामारी के बीच।
फेडरल रिजर्व ने यह आक्रामक कटौती ऐसे समय में की है, जब महँगाई दर इसकी सहन-सीमा से कुछ ऊपर ही है। अमेरिका की खुदरा महँगाई दर (सीपीआई) जुलाई के 2.9% से घट कर अगस्त में 2.5% पर आयी है। फेडरल रिजर्व का घोषित लक्ष्य महँगाई दर को 2% के पास लाना है।
इसलिए बाजार के सामने यह सवाल जरूर रहेगा कि 25 बीपीएस की कटौती के साथ सॉफ्ट-लैंडिंग की ओर बढ़ने के बदले 50 बीपीएस की कटौती करके अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने अपना पूरा ध्यान इस समय कमजोर होते श्रम बाजार को सहारा देने पर लगा दिया है? क्या इसका मतलब यह है कि फेडरल रिजर्व को अर्थव्यवस्था के सामने किसी गंभीर चुनौती का अंदेशा हो रहा है? (शेयर मंथन, 18 सितंबर 2024)