रियल्टी क्षेत्र में 7.4% की तेजी
बीएसई के रियल्टी सूचकांक में आज सबसे ज्यादा तेजी है। दोपहर के 1.30 बजे इसके सूचकांक में 7.4% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा यूनिटेक 3.15 रुपये या 10.23% की बढ़त के साथ 33.95 रुपये पर है।
बीएसई के रियल्टी सूचकांक में आज सबसे ज्यादा तेजी है। दोपहर के 1.30 बजे इसके सूचकांक में 7.4% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा यूनिटेक 3.15 रुपये या 10.23% की बढ़त के साथ 33.95 रुपये पर है।
सरकारी पैकेज आखिरकार आ गया। शनिवार को लाने की बात थी, थोड़ा टला और रविवार को आया। कुल मिलाकर सरकार ने सोचा-विचारा ज्यादा, किया कम। सरकारी उपायों की घोषणा करने वाले योजना आयोग उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने यह बात तो ठीक कही कि 7% विकास दर की संभावना दिखने की वजह से हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते, इसलिए विकास दर को कम कर सकने वाली समस्याएँ सामने आने से पहले हम कदम उठाना चाहते हैं। लेकिन फिलहाल जो कदम उन्होंने सामने रखे हैं, वे पहाड़ जैसी समस्या के सामने राई जितने हैं।
सरकार का आर्थिक पैकेज सही दिशा में है, लेकिन इसकी मात्रा पर बहस हो सकती है। मेरा मानना है कि यह काफी कम है। शायद सरकार को उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) में ज्यादा कटौती करनी चाहिए थी।
शुक्रवार को बेहद कमजोर शुरुआत करने के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों ने काफी तेज वापसी की और आखिरकार डॉव जोंस में 3% की मजबूती रही। आज सुबह एशियाई बाजारों में भी जबरदस्त तेजी का रुख है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को रेपो और रिवर्स रेपो दर में 1-1% की कमी करने की घोषणा की। रेपो दर 7.5% से घटकर 6.5% और रिवर्स रेपो दर 6% से घटकर 5% हो गयी है। लेकिन एसएलआर और सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 265 अंक यानी 2.87% की कमजोरी के साथ 8,965 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 74 अंक यानी 2.64% की कमी के साथ 2714 पर बंद हुआ। शुक्रवार सुबह भारतीय शेयर बाजारों पर अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजारों की गिरावट का असर दिखा और यह गिरावट के साथ खुले। आज सबसे ज्यादा गिरावट कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, रियल्टी, धातु, तेल और गैस, टीईसीके, पीएसयू और बैंकिंग क्षेत्रों में आयी। आज ऑटो क्षेत्र अकेला हल्की मजबूती पर रहा।
घरेलू रेटिंग एजेंसी द्वारा बिनानी सीमेंट की रेटिंग में सुधार किया गया है। बिनानी सीमेंट को मारीशस सरकार से वहां सीमेंट उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक अनुमति मिल गयी है। ऐसी सकारात्मक खबरों के बीच इसके शेयर भाव में तेजी का रुख देखा गया।
सेंट्रम ब्रोकिंग फर्म ने कहा है कि हालांकि मध्यम अवधि के निवेश के लिहाज से होटल क्षेत्र चुनौतियों भरा है, लेकिन लंबी अवधि में यह अच्छे नतीजे दे सकता है।
हालांकि गुरुवार को यूरोप और अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में गिरावट रही, लेकिन सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। चीन के शंघाई कंपोजिट सूचकांक में तेजी का सिलसिला जारी रहा, हालांकि इसमें 0.84% की मामूली बढ़त दर्ज हुई। सिंगापुर के स्ट्रेट टाइम्स सूचकांक में 1.65% की मजबूती रही, जबकि हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांक में 2.49% की बढ़त दर्ज की गयी।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संभावित कटौती की खबरों के बीच शेयर बाजारों में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के शेयरों में गिरावट का रुख देखा जा रहा है। बीएसई में दोपहर 1.35 बजे हिंदुस्तान पेट्रोलियम में 6.1%, भारत पेट्रोलियम में 4.1% और इंडियन ऑयल में 4.9% की कमजोरी देखी गयी। इस साल जुलाई महीने के मध्य में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर तक पहुंच गयी थी।
अरबिंदो फार्मा को अपनी दो जेनेरिक दवाओं के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएस एफडीए) की ओर से अस्थायी स्वीकृति मिल गयी है। इसके साथ ही अब अरबिंदो फार्मा की कुल 85 दवाओं को अमेरिकी एफडीए की स्वीकृति हासिल हो चुकी है। इनमें से 61 दवाओं को अंतिम स्वीकृति और 24 दवाओं को अस्थायी स्वीकृति मिली है। अरबिंदो फार्मा का शेयर भाव आज बीएसई में 113.95 रुपये का ऊपरी स्तर छूने के बाद 11.20 बजे 3.7% की बढ़त के साथ 112.50 रुपये पर था।
2.24: भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट बढ़ गयी है और सेंसेक्स 9,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया है। इस समय यह 256 अंक नीचे 8,974 पर है, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 2,714 पर है। बीएसई स्मॉलकैप लगभग सपाट है। सीएनएक्स मिडकैप में 1% से अधिक कमजोरी है। बीएसई ऑटो सूचकांक को छोड़ कर बाकी सभी सूचकांकों में गिरावट है। आईटी सूचकांक में 4% से अधिक गिरावट है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, तेल-गैस, धातु और टीईसीके सूचकांकों में 3% से अधिक कमजोरी है।
सेबी ने कल कई फैसले सामने रखे। इनमें सबसे ज्यादा सुर्खियाँ मिलीं आईपीओ और म्यूचुअल फंड वाली खबरों को। लेकिन मेरे ख्याल से कल सेबी का सबसे बड़ा फैसला खुद उसके अपने कामकाज के बारे में था। आईपीओ और म्यूचुअल फंड से जुड़े फैसले महत्वपूर्ण हैं, लेकिन ऐसे नहीं जो इतिहास के पन्नों में शामिल होंगे। लेकिन भारत के वित्तीय बाजारों का इतिहास लिखते समय इस बात को जरूर याद किया जायेगा कि कब सेबी ने खुद अपने कामकाज को सारी जनता के सामने खोलने का फैसला किया।
आज भारतीय शेयर बाजारों का रुख सकारात्मक रहने की संभावनाएँ अधिक हैं। टाटा स्टील की अगुवाई में धातु क्षेत्र का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। निफ्टी के लिए नीचे 2,650 के स्तर पर समर्थन दिख रहा है, जबकि ऊपर की ओर 2,850-2,875 के स्तर पर इसके लिए बाधा है।
भले ही अमेरिकी शेयर बाजारों ने बुधवार को जारी खराब आंकड़ों से पार पा लिया हो, लेकिन शुक्रवार को श्रम विभाग द्वारा जारी किये जाने वाले रोजगार से संबंधित रिपोर्ट से ठीक पहले गुरुवार को निवेशकों का धैर्य जवाब दे गया। अमेरिका की तीन दिग्गज ऑटो कंपनियों के अध्यक्षों की विधि-निर्माताओं से हुई मुलाकात के परिणाम से भी बाजार को निराशा हाथ लगी। फलस्वरूप दिन भर के कारोबार के बाद डॉव जोंस 2.5% की गिरावट दर्ज करने के बाद बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार आज सकारात्मक खबरों के कारण एक अच्छी बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 483 अंक यानी 5.51% की बढ़त के साथ 9,230 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 132 अंक यानी 4.95% की तेजी के साथ 2788 पर बंद हुआ। भारत सरकार की ओर से राहत पैकेज देने पर विचार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की खबरों ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया। महंगाई दर में फिर से कमी आने से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें और मजबूत हुई हैं। आज बाजार महंगाई दर 22 नवंबर को समाप्त हुए हफ्ते में 8.84% से घट कर 8.4% पर आ गयी।
आज सुबह भारतीय बाजार एक हद सपाट ही खुला था, लेकिन इन सकारात्मक खबरों के बीच यह धीरे-धीरे लगातार मजबूत होता रहा और दिन के सबसे ऊँचे स्तर के आसपास ही बंद हुआ। आज की तेजी में सबसे ज्यादा योगदान रियल्टी, धातु, कैपिटल गुड्स, तेल और गैस, पावर और बैंकिंग क्षेत्रों का रहा। बीएसई में इन सभी क्षेत्रों के सूचकांक 5-12% तक की उछाल के साथ बंद हुए। बाजार के दिग्गज शेयर रिलायंस में 8.40% उछाल ने भी बाजार को अच्छी मजबूती दी।