
सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों में 3,750 रुपये के नजदीक सहारा के साथ तेजी का रुझान रह सकता है।
फिजिकल माँग कम होने के बावजूद मिलों के पास सोयाबीन कम उपलब्धता और बाजारों में कम होती आवक के कारण सोयाबीन और सोया तेल की कीमतों में तेजी का रुझान है। विश्व में बाजार में कारोबारी यूएसडीए द्वारा 8 फरवरी को जारी होने वाले 2018 की अंतिम कृषि उत्पादन एवं मासिक फसल सप्लाई प्रति माँग की रिपोर्ट से पहले सावधनी बरत रहे हैं।
सरसों वायदा (फरवरी) की कीमतों में रिकवरी जारी रहने की संभावना नहीं है और कीमतों को 4,020 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है। कारोबारियों और सरकारी एजेंसियों द्वारा पुराने स्टॉक की लगातार बिक्री से बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है। नाफेड के पास अभी भी लगभग 2.18 लाख टन सरसों का स्टॉक है। इसके अतिरिक्त हाल ही में उत्पादन क्षेत्रों में बारिश और कोहरा सरसों की फसल के लिए लाभदायक हो रही है और उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना है।
सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतों में पिछले पाँच हफ्ते से एकतरफा तेजी दर्ज की जा रही है और कीमतों के 560-570 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। दक्षिण अमेरिका में सूखे मौसम और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार विवादों के समाधान की उम्मीद से सीबोट में सोया तेल की कीमतों के सात महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद बीएमडी में पाम ऑयल की कीमतों को भी मदद मिल रही है। लेकिल रिंगिट (मलेशियन मुद्रा) के मजबूत होने से बढ़त सीमित हुई है। लूनर नववर्ष अवकाश के कारण आज से मलेशियन बाजार बंद रहेगा और गुरुवार को खुलेगा। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2019)