बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली से इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि कीमतों में बहुत कम समय में तेजी से वृद्धि हुई है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 5,470 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,400 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के एक बड़े दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,070 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,940 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों को 5,640 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,540 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों को 5,870 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,780 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों को 5,860 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,740 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है।
बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 749 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 741 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 590 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 595 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 748-747 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 764-776 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 641 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 648 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सकारात्मक संकेत लेते हुये राष्ट्रीय एक्सचेंज में सोयाबीन वायदा की कीमतें अपने 6 साल के उच्चतम स्तर 4,561 से थोड़ा ही नीचे कारोबार कर रही है।
अमेरिकी तिलहन बाजारों में तेजी के कारण सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई।
इलायची की कीमतों ने 1,100 के स्तर के नजदीक से वर्ष की शुरूआत की और जनवरी में अच्छी-खासी बढ़त दर्ज की।
एसएमसी ने अपनी मासिक रिपोर्ट में जिक्र किया है कि 2019 की दूसरी तिमाही में सोने (Gold) की मांग वर्ष-दर-वर्ष 8% बढ़ कर 1,123 टन हो गयी।
कपास वायदा (अगस्त) में 21,550 रुपये के लक्ष्य के लिए 20,750 रुपये के नजदीक खरीदारी की जा सकती है।
कच्चे तेल की कीमतें 3,680-3,760 रुपये के दायरें कारोबार कर सकती है। पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल भंडार में गिरावट हुई है, जबकि गैसोलीन और डिस्टीलेट के भंडार में बढ़ोतरी हुई।
सर्राफा की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है, क्योंकि ब्रेक्जिट को लेकर चिंता और अमेरिका एवं चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर अनिश्चितता के कारण निवेशक ऊहापोह में हैं।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!