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भारतीय रुपये में एक बार फिर गिरावट बढ़ी है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 63 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे लुढ़क गया है। रुपया लगभग आठ हफ्ते के निचले स्तर पर है यानी आज 1 डॉलर की कीमत 63 रुपये 44 पैसे तक चली गयी। पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले आज के कारोबार में रुपये में 84 पैसे की कमजोरी आयी है।
उम्मीद से बेहतर अमेरिकी रोजगार आँकड़ों और डॉलर की बढ़ती माँग की वजह से रुपये में गिरावट बढ़ी है। 30 सितंबर 2013 के बाद रुपया एक बार फिर 63 के स्तर से नीचे फिसला है। आरबीआई ने तेल कंपनियों को बाजार से सीधे डॉलर खरीदने को मंजूरी दी है, जिसके बाद तेल कंपनियाँ बाजार से सीधे डॉलर की माँग का लगभग 30% से 40% खरीद रही हैं।
कुल मिला कर वैश्विक और घरेलू कारणों से रुपये में कमजोरी बनी हुई है। (शेयर मंथन, 11 नवंबर 2013)