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इस साल के रेल बजट (Rail Budget) में संसाधन जुटाने की पहल का स्वागत करते हुए उद्योग मंडल फिक्की (FICCI) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला (Sidharth Birla) ने कहा कि रेल मंत्री ने रेलवे को वापस पटरी पर लाने और व्यावसायिक और सामाजिक दायित्वों के बीच संतुलन लाने की दिशा में प्रयास किया है।
हम पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारिता) रूट के जरिये भविष्य में ढ़ेरों परियोजनाओं को वित्तीय मदद पहुँचाने के प्रस्ताव का स्वागत करते हैं। इससे निवेश में कमी, कनेक्टिविटी बढ़ाने और आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने में बाधाओं को दूर करने में मदद मिलेगी।
फिक्की अध्यक्ष ने कहा कि रेल मंत्री का ध्यान रेलवे की रक्षा और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार पर केंद्रित हैं, जिसमें रेलवे ट्रैकों से जुड़ी समस्याओं का पता लगाने के लिए अल्ट्रासोनिक प्रणाली का इस्तेमाल और मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करना भी शामिल है।
सिद्धार्थ बिड़ला ने आगे कहा कि रेलवे बोर्ड के स्तर पर परियोजना प्रबंधन समूह और परियोजना निरीक्षण एवं समन्वय समूह की स्थापना एक सकारात्मक कदम है। क्योंकि इससे परियोजनाओं के क्रियान्वयन में देरी को कम करने में मदद मिलेगी।
फिक्की अध्यक्ष ने कहा कि अन्य प्रमुख कदमों में मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन शुरू करने का प्रस्ताव, देश के बड़े मेट्रो शहरों और विकास केंद्रों को जोड़ने वाला हाईस्पीड ट्रेनों का डायमंड चतुर्भुज (क्वाड्रिलेटरल) नेटवर्क, चुनिंदा क्षेत्रों में ट्रेनों की गति बढ़ाना, पूर्व और पश्चिम में फ्रेट कॉरीडोर के क्रियान्वयन की दिशा में लगभग 1000 किलोमीटर के सिविल निर्माण ठेकों का लक्ष्य, पीपीपी के जरिये रेलवे की छतों पर सौर ऊर्जा जैसी पर्यावरणीय पहल और उत्तर-पश्चिमी राज्यों में पारिस्थितिकी पर्यटन और शैक्षिक पर्यटन का विकास शामिल है। (शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)