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अगस्त 2014 में भारत के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) दर ने निराश किया है।
इस दौरान देश की आईआईपी दर बिना किसी बदलाव के साथ 0.4% रही है, जुलाई 2014 में भी आईआईपी की दर 0.4% ही थी। हालाँकि, जुलाई 2014 की आईआईपी दर 0.5% से संशोधित हो कर 0.4% हो गयी थी। जो पाँच महीने के निचले स्तर पर है। अगस्त 2013 में भी आईआईपी दर 0.4% दर्ज हुई थी।
इस बार खनन क्षेत्र का उत्पादन 2.1% से बढ़ कर 2.6% रहा है। जुलाई 2014 की तुलना में अगस्त 2014 में कैपिटल गुड्स का उत्पादन -3.8% से घट कर -11.3% पर रही है।
महीने दर महीने आधार पर मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन बढ़ने की दर -1.00% से -1.4% पर पहुँच गयी है। हालाँकि, बिजली उत्पादन दर बढ़ कर 12.9% हो गयी है। जो जुलाई 2014 में 11.7% रही थी। इस दौरान कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का उत्पादन -20.9% से बढ़ कर -15.00% रहा है।(शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2014)