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देश के सबसे बड़े बैंक - भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने तीसरी तिमाही के शानदार कारोबारी नतीजे सामने रखे हैं। इसका कंसोलिडेटेड तिमाही मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर 2008 के दौरान 3,607.61 करोड़ रुपये रहा, जो अक्टूबर-दिसंबर 2007 के 2,383.67 करोड़ रुपये से 51.35% ज्यादा है। इस दौरान बैंक की कुल आमदनी 24,381 करोड़ रुपये से बढ़ कर 30,318 करोड़ रुपये पर पहुँची। इसमें 24.35% का इजाफा हुआ।
स्टैंडअलोन आधार पर बैंक का तिमाही मुनाफा 1,808.64 करोड़ रुपये से 37% बढ़ कर 2,478.42 करोड़ रुपये पर पहुँचा है। इसी तरह स्टैंडअलोन कुल आमदनी पिछले कारोबारी साल की तीसरी तिमाही के 15,364 करोड़ रुपये की तुलना में इस बार 21,256 करोड़ रुपये रही है, यानी 38.35% ज्यादा। हालाँकि बैंक ने साफ किया है कि इन आँकड़ों को पूरी तरह से तुलना के लायक नहीं माना जा सकता। इसका पहला कारण यह है कि 31 मार्च 2008 से बैंक ने कर्मचारी लाभों का हिसाब करने के लिए एएस15 मानकों को अपनाया है। दूसरा कारण यह है कि इस कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के विलय का असर भी शामिल है। यह विलय 14 अगस्त 2008 से प्रभावी हो गया था। एएस15 के तहत बैंक ने पेंशन के मद में 750 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया है। अगर यह प्रावधान नहीं किया गया होता, तो बैंक के स्टैंडअलोन तिमाही मुनाफे में 76% की बढ़ोतरी होती।
बैंक ने अपनी शुद्ध ब्याज आय (नेट इन्ट्रेस्ट इन्कम या एनआईआई) में काफी अच्छी बढ़त दिखायी है। इसकी शुद्ध ब्याज आय 35% बढ़ कर 4,256 करोड़ रुपये से 5,758 करोड़ रुपये हो गयी। शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) में भी सुधार हुआ है। यह अक्टूबर-दिसंबर 2007 के 3.01% के बदले इस बार 3.15% रहा है। बीती तिमाही के दौरान बैंक की कुल जमाराशि (डिपॉजिट) में 76,203 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ, जबकि अक्टूबर-दिसंबर 2007 के दौरान बैंक की जमाराशि में 26,018 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गयी थी। बैंक की कुल जमाराशि साल-दर-साल 35.83% की बढ़त के साथ 692,921 करोड़ रुपये रही।
बैंक द्वारा दिये गये कर्जों की कुल राशि में साल-दर-साल 28.85% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। कर्ज देने में बैंक का झुकाव बड़े कॉर्पोरेट ग्राहकों की ओर ज्यादा रहा, क्योंकि इस श्रेणी के कर्जों में 47% की बढ़त रही, जबकि मध्यम आकार की कंपनियों के लिए 23%, छोटे-मंझोले उद्यमों (एसएमई) के लिए 28%, कृषि क्षेत्र के लिए 26% और खुदरा क्षेत्र के लिए 27% ज्यादा कर्ज दिये गये। घर कर्ज में 22%, गाड़ियों के लिए कर्ज में 32% और शिक्षा के लिए कर्ज में 47% की बढ़त रही।
बैंक ने 500 नयी शाखाएँ खोली हैं, जिससे इसकी शाखाओं की कुल संख्या 11,111 हो गयी है। लगभग 1,500 नये एटीएम खोले गये हैं, जिससे इनकी कुल संख्या 10,008 हो गयी है। इसने कोर बैंकिंग प्रणाली को अपनी सभी शाखाओं में लागू कर लिया है।
इन नतीजों पर बाजार की पहली प्रतिक्रिया मंगलवार को ही देखने को मिल सकेगी। बीते शुक्रवार को एसबीआई का शेयर बीएसई में 4.34% की गिरावट के साथ 1041.75 रुपये पर बंद हुआ था। पिछले करीब एक महीने के दौरान एसबीआई का शेयर लगभग 19% फिसला है।