पहली तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में आवास बिक्री सालाना 28% हुई कम, लॉन्च में 10% की कमी

आसमान छूती आवासीय कीमतों और प्रतिकूल भू-राजनीतिक स्थितियों ने 2025 की पहली तिमाही में भारतीय आवास बाजार की तेजी को धीमा कर दिया। एनारॉक के ताजा आँकड़ों के अनुसार, साल की पहली तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में बिक्री 2024 की समान अवधि की तुलना में 28% कम हुई। 2025 की पहली तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में लगभग 93,280 इकाइयाँ बिकीं, जो 2024 की पहली तिमाही में हुई 1.30 लाख इकाइयों की बिक्री की तुलना में काफी कम है। 2024 की पहली तिमाही में बिक्री सर्वोच्च स्तर पर रही थी।

एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी इस बारे में कहते हैं, ‘‘एमएमआर और पुणे ने कुल बिक्री में 51% योगदान दिया, जिसमें एमएमआर में 26% की सालाना गिरावट आयी और पुणे में 30% से अधिक की कमी देखी गयी। हैदराबाद में बिक्री में सबसे अधिक 49% की सालाना गिरावट हुई, जबकि बेंगलुरु में सबसे कम 16% की गिरावट दर्ज की गयी।’’

शीर्ष 7 शहरों में नये लॉन्च की संख्या एक लाख से ऊपर रही, लेकिन इसमें 10% की सालाना गिरावट आयी। 2024 की पहली तिमाही में यह आँकड़ा लगभग 1,10,865 इकाई रहा था, जो कम होकर कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में लगभग 1,00,020 इकाई पर आ गया।

पुरी ने कहा, ‘‘विशेष रूप से, एमएमआर और बेंगलुरु में पहली तिमाही में सबसे अधिक नयी आपूर्ति आयी, जो शीर्ष 7 शहरों में कुल नये लॉन्च का 52% हिस्सा थी। एमएमआर में नयी आपूर्ति में सालाना 9% की कमी आयी, वहीं बेंगलुरु में इस अवधि में नयी आपूर्ति 27% बढ़ी। एनसीआर, बेंगलुरु और कोलकाता में आपूर्ति में क्रमशः 53%, 27% और 26% की वृद्धि हुई, जबकि अन्य शहरों में आपूर्ति में कमी दर्ज की गयी, जिसमें हैदराबाद में सबसे अधिक 55% की सालाना कमी देखी गयी।’’

हालाँकि पहली तिमाही में नये लॉन्च के आँकड़े 1 लाख से ऊपर रहे, लेकिन नहीं बिक पाये घरों की संख्या में सालाना 4% की कमी आयी। 2024 की पहली तिमाही के अंत में इसका आँकड़ा लगभग 5,80,890 इकाइयों पर था, जो घटकर 2025 की पहली तिमाही के अंत में लगभग 5,59,810 इकाइयों पर आ गया। शीर्ष शहरों में, पुणे में ऐसे घरों की संख्या में सबसे अधिक 16% की गिरावट आयी। इसके विपरीत, बेंगलुरु में ऐसे घरों की संख्या में 28% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई और आँकड़ा लगभग 58,660 इकाइयों तक पहुँच गया।

पुरी ने कहा, ‘‘भारत का समग्र आर्थिक परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है। जीडीपी वृद्धि दर वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक होने का अनुमान है और मुद्रास्फीति भी नियंत्रण में है। हालाँकि, बढ़ती आवास कीमतों और वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव एवं कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसे प्रतिकूल हालात ने भारत के आवासीय बाजार की गतिविधियों पर अपना असर डाला है। इन कारणों से 2025 की पहली तिमाही में आवास बाजार प्रभावित हुआ है।’’

नये लॉन्च का परिदृश्य

2025 की पहली तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में लगभग 1,00,020 इकाइयाँ लॉन्च की गयीं, जो 2024 की पहली तिमाही की लगभग 1,10,865 इकाइयों की तुलना में 10% कम है। इस साल पहली तिमाही में नये लॉन्च में योगदान देने वाले प्रमुख शहर मुंबई महानगर क्षेत्र, बेंगलुरु, पुणे और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र थे, जिन्होंने मिलकर तिमाही के दौरान आपूर्ति वृद्धि में 80% योगदान दिया।

- एमएमआर में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 30,755 इकाइयाँ लॉन्च की गयीं, जो 2024 की पहली तिमाही की तुलना में लगभग 9% कम है। नयी आपूर्ति का 56% से अधिक हिस्सा 80 लाख रुपये से कम के बजट खंड में था।

- बेंगलुरु में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 20,855 इकाइयाँ पेश की गयीं, जो सालाना आधार पर 27% अधिक है। नयी आपूर्ति का लगभग 53% हिस्सा 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले लग्जरी खंड में था।

- पुणे में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 16,860 नयी इकाइयाँ पेश की गयीं, 2024 की पहली तिमाही में इनकी संख्या लगभग 18,770 थी, यानी सालाना आधार पर 10% की कमी हुई। नयी आपूर्ति का लगभग 79% हिस्सा मिड और प्रीमियम खंडों (40 लाख से 1.5 करोड़ रुपये) में था।

- एनसीआर में 2024 की पहली तिमाही की तुलना में नयी आपूर्ति में 53% की भारी वृद्धि देखी गयी, 2025 की पहली तिमाही में लगभग 11,120 इकाइयाँ लॉन्च की गयीं, 2024 की पहली तिमाही में यह संख्या लगभग 7,270 थी। ध्यान देने वाली बात है कि नयी आपूर्ति का 70% हिस्सा अल्ट्रा-लग्जरी खंड (2.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत) में था।

- हैदराबाद में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 10,275 इकाइयाँ आयीं, जो 2024 की समान अवधि की तुलना में 55% कम है, जब लगभग 22,960 इकाइयाँ लॉन्च की गयी थीं। नयी आपूर्ति का 70% से अधिक हिस्सा लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी खंडों (1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत) में था।

चेन्नई में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 4,755 इकाइयाँ पेश की गयीं, जो 35% की गिरावट है। कम से कम 81% नयी आपूर्ति मिड और प्रीमियम खंडों (40 लाख से 1.5 करोड़ रुपये के बीच कीमत) में थी।

- कोलकाता में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 5,400 इकाइयाँ आयीं, जो 2024 की पहली तिमाही की तुलना में 26% की वृद्धि है। नयी आपूर्ति का लगभग 59% हिस्सा किफायती और मिड खंडों (80 लाख रुपये तक की कीमत) में था।

बिक्री का अवलोकन

- 2025 की पहली तिमाही में लगभग 93,280 इकाइयाँ बिकीं, जो 2024 की पहली तिमाही की तुलना में 26% कम है। एनसीआर, एमएमआर, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद ने मिलकर तिमाही के दौरान बिक्री में 91% योगदान दिया।

- 2025 की पहली तिमाही के दौरान एमएमआर में सबसे अधिक लगभग 31,610 घरों की बिक्री देखी गयी, यह 2024 की पहली तिमाही में हुई लगभग 42,920 घरों की बिक्री की तुलना में 26% कम है।
- 2025 की पहली तिमाही के दौरान पुणे में लगभग 16,100 इकाइयाँ बिकीं, जो 2024 की पहली तिमाही में बिके 22,990 घरों की तुलना में 30% कम है।

- 2025 की पहली तिमाही के दौरान बेंगलुरु में लगभग 15,000 इकाइयाँ बिकीं, जो 2024 की पहली तिमाही में बिके 17,790 घरों की तुलना में 16% कम है।

- एनसीआर में बिक्री में 20% की कमी आयी, यह 2024 की पहली तिमाही में 15,650 इकाइयों पर थी, जो कम होकर 2025 की पहली तिमाही में लगभग 12,520 इकाई रह गयी।

- हैदराबाद में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 10,100 इकाइयाँ बिकीं, इसमें 2024 की पहली तिमाही की तुलना में 49% की गिरावट है, जब लगभग 19,660 इकाइयाँ बिकी थीं।

- चेन्नई में 2025 की पहली तिमाही में लगभग 4,050 इकाइयाँ बिकीं, यह 2024 की पहली तिमाही की तुलना में 26% की गिरावट है, जब लगभग 5,510 इकाइयाँ बिकी थीं।

- कोलकाता में भी बिक्री में 31% की गिरावट देखी गयी, यह 2024 की पहली तिमाही में लगभग 5,650 इकाई रही थी और कम होकर 2025 की पहली तिमाही में लगभग 3,900 इकाई पर आ गयी।

कीमतों में बदलाव

पिछले एक साल के दौरान शीर्ष 7 शहरों में आवासीय संपत्ति की औसत कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गयी। 2024 की पहली तिमाही की तुलना में 2025 की पहली तिमाही के दौरान कीमतों में 10-34% के बीच वृद्धि हुई। यह वृद्धि मुख्य रूप से लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी श्रेणी में नयी आपूर्ति में तेज वृद्धि और समग्र आधार पर मजबूत माँग के कारण आयी। एनसीआर और बेंगलुरु में सबसे अधिक क्रमशः 34% और 20% से अधिक की सालाना कीमत वृद्धि दर्ज की गयी।

नहीं बिक पाया भंडार

2025 की पहली तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में एक लाख से अधिक नयी इकाइयों की आपूर्ति के बावजूद साल भर पहले की तुलना में कुल उपलब्ध भंडार में 4% की कमी आयी। 2025 की पहली तिमाही के अंत तक शीर्ष 7 शहरों में कुल उपलब्ध भंडार लगभग 5.60 लाख इकाइयों का है। इस दौरान पुणे में भंडार में सबसे ज्यादा 16% की कमी आयी।

(शेयर मंथन, 31 मार्च 2025)

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