बाजार के इस माहौल में हम निवेशकों को ऐसे शेयर सुझा रहे हैं जिनमें मौजूदा संकट की वजह से काफी अधिक गिरावट आ चुकी है। ये सभी शेयर ऐसे हैं जो अभी 10 से कम पीई (P/E) पर उपलब्ध हैं।
यहाँ हम इस बात का संकेत नहीं दे रहे कि इन शेयरों ने तलहटी छू ली है, लेकिन इतना अवश्य कह रहे हैं कि इन शेयरों को खरीदने के लिए ये भाव सही हैं। निवेशक अपनी निवेश अवधि और जोखिम लेने की क्षमता के मद्देनजर चाहें तो क्रमिक तरीके से इनको एकत्र कर सकते हैं या इनमें एकमुश्त राशि का निवेश भी कर सकते हैं।
केएसबी लिमिटेड (KSB Limited)
केएसबी लिमिटेड के पम्प सेगमेंट की आमदनी मुख्यतः दो सेगमेंट से होती है- स्टैंडर्ड पम्प और इंडस्ट्रियल पम्प। स्टैंडर्ड पम्म सेगमेंट जहाँ लगभग 40% आमदनी का योगदान करता है, वहीं बाकी योगदान इंडस्ट्रियल पम्प सेगमेंट का होता है। कंपनी विभिन्न उद्योगों को सेवा देती है मसलन रसायन, कृषि रसायन, पेपर पल्प, खाद, आवासीय, बिजली, कृषि, तेल-गैस आदि। इस विविधीकरण का लाभ यह है कि किसी क्षेत्र विशेष में दिक्कत आने पर केएसबी लिमिटेड पर कोई खास असर नहीं पड़ता। हालाँकि कैलेंडर साल 2020 में क्रियान्वयन की गति पर असर पड़ सकता है, लेकिन कंपनी उसके अगले साल बेहतर क्रियान्वयन कर उस घाटे को पूरा करने में सक्षम है।
गुजरात पीपावाव (Gujarat Pipavav)
ऐसी आशंका थी कि गुजरात पीपावाव को मार्च और अप्रैल महीने में काफी बाधाओं का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि जीपीपीएल पोर्ट पर अधिकांश सेवाएँ सुदूर पूर्व (खास तौर पर चीन) के लिए हैं। काम में बाधा की आशंका थी चीनी नव वर्ष और फिर कोरोना संकट की वजह से। हालाँकि चीन के कंटेनर बंदरगाहों में उम्मीद से तेज गतिविधियाँ विभिन्न कार्गो के बैकलॉग को निबटा देंगी और इस तरह वैश्विक एक्जिम कार्गो परिचालन की बाधाएँ दूर हो जायेंगी। सुदूर पूर्व और भारत के बीच बढ़े हुए कंटेनर परिचालन से जीपीपीएल की क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल होगा।
केवल किरन क्लोदिंग (Kewal Kiran Clothing)
केवल किरन क्लोदिंग भारत के मुख्य ब्रांडेड अपैरेल उत्पादकों में से एक है। कैजुअल, फॉर्मल, सेमी-फॉर्मल और वेस्टर्न वियर- सभी सेगमेंट में इसकी उपस्थिति है। इसके पास चार दिग्गज ब्रांडों का पोर्टफोलिओ है जिसमें किलर और इंटिग्रिटी जैसे नाम शामिल हैं। कंपनी का वितरण मॉडल ऐसा है जिसमें इसके 90% से अधिक एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट (330+) का मालिकाना और उनका कामकाज फ्रेंचाइजी के पास है। कोरोना संकट के दुष्प्रभावों (राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन के कारण स्टोर बंद हैं) की वजह से कंपनी के निकट अवधि के रेवेन्यू ग्रोथ पर असर पड़ेगा, लेकिन कंपनी का प्रबंधन लंबी अवधि में दोहरे अंकों में रेवेन्यू ग्रोथ हासिल करने पर ध्यान दे रहा है।
महानगर गैस (Mahanagar Gas)
महानगर गैस (एमजीएल) इस समय मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में सीएनजी (CNG) और पीएनजी (PNG) का एकमात्र आधिकारिक वितरक है। सीएनजी सेगमेंट में एमजीएल के पास फरवरी 2020 तक 248 सीएनजी स्टेशनों का नेटवर्क है और कंपनी ने अगले तीन वर्षों में हर साल 25 नये सीएनजी स्टेशन अपने नेटवर्क में जोड़ने की योजना बनायी है। हालाँकि कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से निकट अवधि में कंपनी की बिक्री की मात्रा में लगभग 30% की गिरावट की आशंका है, लेकिन हमें उम्मीद है कि स्थितियाँ सामान्य होने पर कंपनी की बिक्री की मात्रा में निरंतरता के साथ बढ़ोतरी होगी।
टीवी टुडे नेटवर्क (TV Today Network)
टीवी टुडे नेटवर्क ने हिन्दी न्यूज सेगमेंट में अपनी दिग्गज स्थिति को बरकरार रखा है। पिछली पाँच तिमाहियों के दौरान आज तक और इंडिया टुडे की बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। हमारा मानना है कि समाचारों से परिपूर्ण घटनाएँ मध्यम अवधि में कंपनी के ब्रॉडकास्टिंग रेवेन्यू में बढ़ोतरी की दर को बनाये रखने में मदद करेंगी। कंपनी के साथ एक और आकर्षक बात जुड़ी हुई है, वह है डिविडेंड यील्ड। किसी खास पूँजीगत व्यय (Capex) की अनुपस्थिति में हमें उम्मीद है कि कंपनी ऊँचे लाभांश प्रदान करती रहेगी। कारोबारी साल 2019-20 के दौरान इसने अब तक 20 रुपये प्रति शेयर का लाभांश दिया है।
(आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट पर आधारित)
(शेयर मंथन, 05 अप्रैल 2020)
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