अमेरिकी सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) और खुदरा बिक्री के आँकड़ो से सर्राफा कीमतों को दिशा मिल सकती है।
इससे सर्राफा की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है। रुपये के कारोबार से घरेलू बाजार में सर्राफा की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं। सोने की कीमत 29,700-30,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि चांदी 40,100-40,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आँकड़ो, जिससे फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की दिशा को लेकर स्पष्ट रुझान मिल सकता है, से पहले डॉलर के स्थिर रहने के कारण सोने की कीमतों में मामूली बदलाव देखा जा रहा है। निवेशक भी अमेरिकी मुदास्फीति के आँकड़ो का इंतजार कर रहे हैं। फिर भी फेड इस वर्ष ब्याज दरों में एक बार फिर से बढ़ोतरी की योजना पर बरकरार है। गैसोलीन की कीमतों में दो वर्ष में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के कारण सितंबर में अमेरिकी उत्पादक कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 13 अक्टूबर 2017)
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