सर्राफा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
18-19 दिसंबर को हुई बैठक में फेड द्वारा अनुमान के अनुकूल ब्याज दरों को 25 आधार अंक बढ़ा कर 2.5% करने, लेकिन 2019 में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर बिलकुल संतुलित बयान के बाद डॉलर इंडेक्स के नीचे लुढ़कने से सोने की कीमतों को मदद मिली। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करने की अपील के बावजूद फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के बाद डॉलर इंडेक्स में बिकवाली हुई। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत किया है कि 2019 में तीन बार के बजाय दो बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है और साथ ही 2020 में ब्याज दरों में कटौती का भी संकेत दिया।
सोने की कीमतों में 31,150 रुपये के स्तर पर सहारा और 31,450 रुपये के स्तर पर रुकावट, चांदी की कीमतों में 37,250 रुपये के स्तर पर सहारा और 37,800 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है।
विश्व में सोने के सबसे बडे़ ईटीएफ की होल्डिंग कम होकर 769.14 टन रह गयी है। आगामी वर्ष में निवेशक सोने और चांदी में निवेश के लिए वापसी कर सकते हैं, क्योंकि शेयर बाजारों में अस्थिरता की स्थिति में सोना और चांदी में निवेश आकर्षक बना रह सकता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार 2019 में कुछ अन्य केन्द्रीय बैंक सोने के खरीदार हो सकते हैं, जैसा कि 2018 में हुए थे, जिससे लंबी अवधि में सोने की कीमतों को मदद मिल सकती है। (शेयर मंथन, 24 दिसंबर 2018)
Add comment