सोने की कीमतों में 52,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 51,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 66,000 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 64,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
अमेरिकी-चीन के बीच तनाव और कमजोर डॉलर के कारण आज सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई, और कीमतें रिकॉर्ड 1,945 डॉलर के स्तर पर पहुँच गयी थी जबकि महामारी से पीड़ित अर्थव्यवस्थाओं की रिकवरी के लिए अधिक प्रोत्साहन की उम्मीदों के कारण मुद्रास्फीति के मुकाबले हेज के रूप में माँग में बढ़ोतरी हुई है। भारत में भी, सोने की कीमतों में 52,260 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गयी। आज डॉलर में दो साल के निचले स्तर पर पहुँच गया, क्योंकि निवेशकों को कोरोना वायरस से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान को लेकर चिंता हैं और फेडरल रिजर्व से नवीनतम दृष्टिकोण और नये राहत पैकेज के पारित होने का इंतजार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि व्हाइट हाउस और सीनेट के रिपब्लिकन अगले कोरोना वायरस राहत बिल पर सिद्धांत रूप में एक समझौते पर पहुँच गये हैं। इसी समय यूरो में मजबूती देखी जा रह रही है क्योंकि यूरोपीय नेताओं ने सबसे खराब कर्ज देने वाले देशों के लिए एक आम कर्ज पूल के लिए फंड रिकवरी के लिए एक सौदा किया है।
जून में हांगकांग के रास्ते से चीन का सोने का शुद्ध आयात मई 1.5 टन की कमी तुलना में बढ़कर 0.87 टन अधिक हो गया। जून में सोने का कुल आयात मई के 2.3 टन से 147.8% बढ़कर 5.7 टन हो गया। (शेयर मंथन, 28 जुलाई 2020)
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