सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 49,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 48,400 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 65,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 64,000 रुपये पर सहारा रह सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में एक बड़े कोविड-19 राहत पैकेज की उम्मीद के बावजूद, मजबूत अमेरिकी डॉलर के कारण आज सोने की कीमतों में डेढ़ महीने के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% गिरकर 1,820.46 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.7% लुढ़ककर 1,816.80 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी डॉलर प्रतिद्वंद्वी मुद्राओं के मुकाबले चार सप्ताह में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है। अमेरिकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन ने अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिए 1.9 ट्रिलियन डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज के प्रस्ताव की घोषणा करने के एक दिन बाद शुक्रवार को कहा था कि वह कार्यालय में अपने पहले 100 दिनों के दौरान 100 मिलियन कोविड-19 वैक्सीन की खुराक चाहते हैं। अमेरिकी खुदरा बिक्री दिसंबर में लगातार तीसरे महीने कम हो गयी है जबकि अमेरिकी उत्पादक कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है जिससे पता चलता है कि आने वाले महीनों में मुद्रस्फीति में उछाल शायद चिंताजनक नहीं होगी। देश और विदेश में मजबूत माँग और नीतिगत प्रोत्साहन चौथी तिमाही में चीन की आर्थिक सुधार में तेजी की संभावना है। शीर्ष उपभोक्ता चीन में फिजिकल सोना 2020 के प्रारंभ के बाद से पहली बार पिछले सप्ताह एक छोटे से प्रीमियम पर बेचा गया है क्योंकि चीनी नये साल से पहले माँग बढ़ी है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग शुक्रवार को 1.4% बढ़कर 1,177.63 टन हो गयी। चांदी की कीमतें 0.6% गिरकर 24.57 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 18 जनवरी 2021)
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