सर्राफा की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,800 रुपये पर सहारा और 48,200 रुपये पर बाधा रह सकता है।
चांदी की कीमतों में भी नरमी रहने की संभावना है और कीमतों को 62,900 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 62,000 रुपये पर सहारा रह सकता है। सोने की कीमतों में आज नरमी देखी जा रही है क्योंकि इस बात के प्रमाण मिल रहे हैं कि ओमाइक्रोन वायरस वैरिएंट वैश्विक आर्थिक विकास के लिए एक बड़ा खतरा नहीं है। बेंचमार्क 10-वर्षीय यू.एस. ट्रेजरी यील्ड में गिरावट हुई है जिससे ब्याज रहित सोना रखने की अवसर लागत कम हो गयी। कल यूरोपीय शेयरों में तेजी दर्ज की गयी जबकि वॉल स्ट्रीट के शेयर रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने के बाद मिश्रित बंद हुये, क्योंकि ओमाइक्रोन के कारण यात्रा व्यवधनों और स्टोर बंद होने को लेकर चिंताएं कम हुई है। अमेरिकी इक्विटी में वृद्धि के कारण सर्राफा की कीमतों में बढ़त सीमित रही।
यद्यपि सोने की कीमतों के अगले साल की शुरुआत में मौजूदा स्तर के आसपास रहने की उम्मीद है, लेकिन बढ़ती अमेरिकी ब्याज दरें और गिरती मुद्रास्फीति कीमतों को प्रभावित कर सकती है, जिससे सोने की कीमतों के 2022 तक लगभग 1,650 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक रहने का अनुमान है। चीन के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को कहा कि चीन अगले साल अपनी मौद्रिक नीति को लचीला बनाये रखेगा क्योंकि वह बढ़ते आर्थिक संकटों के बीच व्यवसायों के लिए विकास और कम वित्तपोषण लागत को स्थिर करना चाहता है। (शेयर मंथन, 29 दिसंबर 2021)
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