जुलाई 2018 में एक ओर जहाँ बाजार सूचकांक नये शिखर पर पहुँचे, वहीं दूसरी ओर म्यूचुअल फंडों द्वारा शेयरों में खरीदारी 17 महीनों के निचले स्तर पर पहुँच गयी।
बाजार नियामक सेबी (SEBI) के आँकड़ों के अनुसार जुलाई में इक्विटी फंड प्रबंधकों ने 4,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो कि फरवरी 2017 के बाद सबसे कम है। वहीं जून में 9,200 करोड़ रुपये के मुकाबले जुलाई में फंड प्रबंधकों द्वारा शेयर खरीद 57% कम रही, जबकि 12,200 करोड़ रुपये के एक साल के मासिक औसत से यह 67% कम रहा।
जानकारों का मानना है कि इक्विटी योजनाओं में निवेश की गति के धीमा हो जाने के कारण शेयरों की खरीदारी में गिरावट आयी है। हालाँकि उम्मीद जतायी जा रही है कि आने वाले महीनों में निवेश में बढ़ोतरी होगी। जुलाई में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 6-6% मजबूत हुए हैं।
गौरतलब है कि अभी ऐम्फी (Association of Mutual Funds in India) ने अपने जुलाई आँकड़ें घोषित नहीं किये हैं। (शेयर मंथन, 07 अगस्त 2018)