Info Edge (India) Ltd Share Latest News: कंसोलिडेशन में है स्टॉक, तिमाही नतीजों पर रखें नजर
सुमन साहा : मेरे पास इन्फो एज के 13 शेयर 4880 रुपये के भाव पर हैं। क्या इसमें 10 साल में 18% सीएजीआर मिल सकता है?
सुमन साहा : मेरे पास इन्फो एज के 13 शेयर 4880 रुपये के भाव पर हैं। क्या इसमें 10 साल में 18% सीएजीआर मिल सकता है?
अन अवेलेबल : मेरे पास अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 3200 रुपये के भाव पर हैं। इसमें क्या करें होल्ड करें या बेच दें?
कृष्णा कुमार : शेयर बाजार में मुझे बहुत नुकसान हो चुका है, अब समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करूँ?
अक्षय कुमार सामंत्रा : ज्वेलर जेवर खरीदने पर सोने के भाव के आधार पर कुछ फीसदी मेकिंग चार्ज लेते हैं। तो सोने के भाव में गिरावट ज्वेलरी स्टॉक के लिए अच्छी है या बुरी?
मनीष जिवनानी : इन्फोसिस में क्या करना चाहिए?
कनु देसाई : मेरे पास राणा शुगर्स के 1010 शेयर 26.65 रुपये के भाव पर हैं। इस पर आपकी क्या राय है, घाटा सह लें या बने रहें?
प्रभात : बीएसई के शेयर का भाव काफी गिर गया है। लंबी अवधि के नजरिये से इसमें नयी खरीद कर सकते हैं क्या?
राजेश वर्मा : ब्रैडी ऐंड मोरिस इंजीनियरिंग कंपनी पर आपका क्या नजरिया है? ये अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो क्रेन बनाती है।
विशाल सिन्हा, वाराणसी : ऐक्सिस बैंक के तिमाही नतीजे अच्छे रहे हैं। ये छोटी अवधि में ऊपर कहाँ तक जा सकेगा?
मौलिन शाह : मैंने आइस मेक के शेयर 820 रुपये के भाव पर खरीदा है। इसमें लंबी अवधि पर आपका क्या नजरिया?
बजट के बाद से भारतीय बाजार में सोने और चाँदी की कीमतों में काफी तेज गिरावट देखने को मिली। पर क्या केवल यही एक कारण है? दरअसल, बजट से पहले ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चाँदी तेजी से फिसलने लगे थे। इसके क्या कारण हैं?
कौशिक घटक : क्या टाटा एलेक्सी को लंबी अवधि के लिए मौजूदा स्तर पर देखना चाहिए?
नैंसी : मेरा पोर्टफोलियो छोटा है, इसलिए अधिकतम फायदे के लिए ईटीएफ में निवेश करना चाहती हूँ। इसके लिए किसी थीम या क्षेत्र का सुझाव दें।
Expert Shomesh Kumar: पूरी स्थिति अभी साफ नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि अभी के लिए इंतजार करना ठीक रहेगा। आपको एक बार अपना पोर्टफोलियो व्यवस्थित कर के पूँजी को इंतजार करने के लिए छोड़ देना चाहिए, क्योंकि बैंकों का ढाँचा अभी बहुत सकारात्मक नहीं है। इसकी वजह से निफ्टी पर भी असर आ सकता है।
Expert Shomesh Kumar: सरकार निजी क्षेत्र का कैपेक्स बढ़ाना चाहती है। तात्पर्य ये है कि सरकार ने पिछले 7-8 साल में तकरीबन 8% सीएजीआर पूँजीगत व्यय किया है। इस दौरान निजी क्षेत्र का कैपिटल एक्पेंडीचर 7% से कम सीएजीआर रहा।
Expert Shomesh Kumar: बाजार में मौजूदा मूल्यांकन बहुत अच्छा नहीं है, लैकिन मोमेंटम काफी मजबूत है। तिमाही नतीजों का मौसम शुरू हो चुका है और कंपनियों के नतीजे काफी उथल-पुथल वाले आ रहे हैं। मेरे मुताबिक ये तिमाही नतीजे अच्छे नहीं हैं और इनसे बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।