कार्बन और ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड निर्माता कंपनी ग्रेफाइट इंडिया (Graphite India) में करीब 7% की कमजोरी देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि कंपनी का शेयर आज लगातार आठवें सत्र में कमजोर स्थिति में है और 52 हफ्तों के नये निचले स्तर तक फिसला है। जानकारों का मानना है कि चीन से आयात और एंटी-डंपिंग ड्यूटी (प्रति-पाटन शुल्क) से संबंधित चिंताओं के कारण ग्रेफाइट का शेयर दबाव में है।
जानकार मान रहे हैं कि सितंबर 2018 में एंटी-डंपिंग ड्यूटी हटाने और चीन से उच्च आयात ने घरेलू गैर-यूएचपी (अल्ट्रा-हाई पावर) कीमतों को प्रभावित किया है, जबकि स्टील की कमजोर कीमतों ने यूएचपी के दाम प्रभावित किये हैं।
साथ ही कंपनी ने अमेरिकी प्रतिबंधों से छूट पर लंबित स्पष्टीकरण के कारण चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही से ईरान को निर्यात भी बंद कर दिया है। दरअसल ईरान कंपनी के लिए एक प्रमुख निर्यात गंतव्य है। ईरान को निर्यात पर रोक से कंपनी के मार्जिन प्रभावित होंगे।
बीएसई में ग्रेफाइट इंडिया का शेयर 552.20 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में गिरावट के साथ 525.00 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार में 470.00 रुपये के निचले भाव तक फिसला है, जो इसके पिछले 52 हफ्तों का न्यूनतम स्तर है। सवा 12 बजे के करीब यह 38.95 रुपये या 7.05% की कमजोरी के साथ 513.25 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 28 जनवरी 2019)
Add comment