जनवरी-मार्च तिमाही में 1,507 करोड़ रुपये के जबरदस्त घाटे के कारण यस बैंक (Yes Bank) के शेयर में करीब 25% की कमजोरी देखने को मिल रही है।
बैड लोन के लिए प्रोविजन के कारण यस बैंक को इतना घाटा हुआ। दिसंबर तिमाही में 550 करोड़ रुपये के मुकाबले बैंक के प्रोविजन (खास कर आईएलऐंडएफएस और जेट एयरवेज) करीब सात गुना बढ़ कर 3,662 करोड़ रुपये के हो गये।
इसके मुकाबले पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में यस बैंक को 1,179.44 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। जनवरी-मार्च तिमाही में यस बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 16.3% बढ़ कर 2,506 करोड़ रुपये रही, मगर गैर-ब्याज आमदनी 62.6% घट कर 531.7 करोड़ रुपये की रह गयी।
यस बैंक के एनपीए अनुपात में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी। बैंक का सकल एनपीए अनुपात 1.28% के मुकाबले 3.22% और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.64% से अंक बढ़ कर 1.86% पर पहुँच गया।
बीएसई में यस बैंक का शेयर 237.40 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में कमजोरी के साथ 213.70 रुपये पर खुल कर 173.00 रुपये के निचले स्तर तक गिरा है, जो इसके करीब पिछले डेढ़ महीने का भी निचला स्तर है।
करीब पौने 10 बजे बैंक के शेयरों में 59.10 रुपये या 24.89% की गिरावट के साथ 178.30 रुपये के भाव पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 41,341.28 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 404.00 रुपये और निचला स्तर 147.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 30 अप्रैल 2019)
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