बजट 2019 में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) पर 1 रुपये प्रति लीटर का विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और 1 रुपये प्रति लीटर का ही सड़क उपकर (Road Cess) लगाया गया है।
पेट्रोलियम उत्पादों पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क से सरकार को सकल राजस्व संग्रह बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे सरकार को राजकोषीय घाटे को नियंत्रित रखने और व्ययों के लिए पूँजी की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी। मगर यह तेल कंपनियों के लिए नकारात्मक खबर है। इससे पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ेंगे।
पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगने की खबर का तेल कंपनियों के शेयर पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इंडियन ऑयल का शेयर पिछले बंद भाव के मुकाबले सपाट 156.60 रुपये पर खुला और 1 बजे के करीब 149.10 रुपये के निचले स्तर तक गिरा। करीब 3 बजे यह 2.87% की कमजोरी के साथ 152.10 रुपये के भाव पर है। वहीं भारत पेट्रोलियम के शेयरों में इस समय 1.82% की कमजोरी के साथ 372.95 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं।
इसके अलावा हिंदुस्तान पेट्रोलियम का शेयर भी 272.30 रुपये के 52 हफ्तों के निचले स्तर तक गिर गया था। मगर इसके शेयरों में निचले स्तर से खरीदारी देखने को मिली। हिंदुस्तान पेट्रोलियम का शेयर 0.19% की हल्की वृद्धि के साथ 289.15 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 05 जुलाई 2019)
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