सर्राफा की कीमतों के एक दायरे में कारोबार करने रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 49,900 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 50,500 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 59,600 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 60,700 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
डॉलर के मजबूत होने और तत्काल अमेरिकी कोरोना वायरस सहायता पैकेज की उम्मीद कम होने से आज सोने की कीमतें एक महीने के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है। सोने की हाजिर कीमतें 1,867.30 डॉलर प्रति औसतन के पास कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.1% की गिरावट के साथ 1,866.20 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर सूचकांक गुरुवार को एक महीने के उच्चतम स्तर के पास स्थिर है और सितंबर के अंत के बाद से सबसे अच्छी साप्ताहिक बढ़त की ओर अग्रसर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस राहत कानून पर किसी भी सौदे के लिए अभी इंतजार करना होगा। अमेरिकी अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में ऐतिहासिक गति से बढ़ी क्योंकि सरकार ने 3 खरब डॉलर से अधिक की महामारी राहत पैकेज दी है जिससे उपभोक्ता खर्च में इजाफा हुआ है लेकिन कोविड-19 का असर लंबे समय तक रहने की संभावना है।
यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से बढ़ती गिरावट को रोकने के लिए दिसंबर में नयी कार्रवाई करने के लिए वादा किया, जो अधिक बॉन्ड खरीद या बैंकों के लिए सस्ते ऋण के रूप में होने की संभावना है। विश्व गोल्ड काउंसिल के अनुसार अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर चीन में सोने पर छूट चौथी तिमाही में कम होने की उम्मीद है, क्योंकि निवेश और शादी के लिए माँग में वृद्धि हुई है। चांदी की कीमतें 0.3% बढ़कर 23.35 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 30 अक्टूबर 2020)
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