मजबूत डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी स्टीमुलस पैकेज पर समझौते को लेकर स्पष्टता की कमी के कारण सर्राफा की कीमतें एक महीने के निचले स्तर तक गिर गयी, जबकि कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी से चिंता और अमेरिकी चुनावों से पहले अनिश्चितता से गिरावट सीमित हुई।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि कोरोना वायरस राहत कानून पर किसी भी सौदे के लिए अभी इंतजार करना होगा। डॉलर सूचकांक अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले दो सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। सोने की कीमतें अब उन स्तरों पर है जहाँ लोग चुनाव के नजदीक आते जाने को लेकर अनिश्चितता, आर्थिक रिकवरी को लेकर चिंता और कोरोना वायरस स्थिति के बारे में विचार कर निवेश सकते हैं। सोने की कीमतों में अभी भी तेजी का रुझान है।
यूरोप में कोविड-19 संक्रमण की तेजी से बढ़ती दर ने फ्रांस और जर्मनी को अपने देशों में लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर किया है। 3 नवम्बर के चुनाव से, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन राष्ट्रीय स्तर पर ट्रंप से बढ़त बनाये हुये हैं, लेकिन कुछ राज्यों में तगड़ी चुनौती है। दूसरी ओर, चांदी की कीमतें पिछले एक महीने के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद 23.28 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। डब्ल्यूजीसी के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सोने की माँग जुलाई-सितंबर तिमाही में 892.3 टन रही है, जो 2019 की तीसरी तिमाही से 19% कम है। कोविड-19 महामारी में कमी के कोई संकेत नहीं होने के साथ ही अमेरिकी राजकोषीय स्टीमुलस को लेकर अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें 1,850-1,940 डॉलर के दायरे में बरकरार है। कोविड-19 वैक्सीन परीक्षणों को रोक दिये जाने, साथ ही अमेरिकी प्रोत्साहन वार्ता में गतिरोध के साथ डॉलर के मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। इस हफ्ते सोने की कीमतें 48,200-51,700 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 56,200-63,100 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,850-1,940 रुपये डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 20.20-26.10 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 02 नम्बर 2020)
यूरोप में कोविड-19 संक्रमण की तेजी से बढ़ती दर ने फ्रांस और जर्मनी को अपने देशों में लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर किया है। 3 नवम्बर के चुनाव से, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन राष्ट्रीय स्तर पर ट्रंप से बढ़त बनाये हुये हैं, लेकिन कुछ राज्यों में तगड़ी चुनौती है। दूसरी ओर, चांदी की कीमतें पिछले एक महीने के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद 23.28 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। डब्ल्यूजीसी के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सोने की माँग जुलाई-सितंबर तिमाही में 892.3 टन रही है, जो 2019 की तीसरी तिमाही से 19% कम है। कोविड-19 महामारी में कमी के कोई संकेत नहीं होने के साथ ही अमेरिकी राजकोषीय स्टीमुलस को लेकर अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें 1,850-1,940 डॉलर के दायरे में बरकरार है। कोविड-19 वैक्सीन परीक्षणों को रोक दिये जाने, साथ ही अमेरिकी प्रोत्साहन वार्ता में गतिरोध के साथ डॉलर के मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। इस हफ्ते सोने की कीमतें 48,200-51,700 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 56,200-63,100 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,850-1,940 रुपये डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 20.20-26.10 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 02 नम्बर 2020)
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