सोने की कीमतों को 47,300 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 46,800 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 68,200 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी रोजगार के अनुमान से कमजोर आँकड़ों के बाद दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में रिकवरी पर चिंता से डॉलर पर दबाव पड़ने और सर्राफा की माँग में बढ़ोतरी होने के कारण आज सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% बढ़कर 1,813.99 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.2% की बढ़त के साथ 1,816.50 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी रोजगार की रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी के प्रभावों से धीमी गति से रिकवरी के संकेत के बाद शुक्रवार को डॉलर में दो महीने के उच्च स्तर से गिरावट दर्ज की गयी। रोजगार रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने वाले दो क्षेत्रों मैनुफैक्चरिंग और निर्माण में कमी दर्ज की गयी हैं।
अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट सदस्यों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर कोरोना वायरस सहायता प्रस्ताव की ओर कदम बढ़ा दिया है। इसबीच अमेरिकी बेंचमार्क 10 साल के ट्रेजरी नोट यील्ड में लगभग एक साल में सबसे अधिक बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमतों की बढ़त पर रोग लगी है। सटोरियों ने 2 फरवरी को समाप्त में कोमेक्स में सोने और चांदी के कॉन्टैंक्ट में तेजी के पोजिशन में कमी की है। चीन में पिछले हफ्ते लूनर नव वर्ष के त्योहार से पहले सोने की माँग में बढ़ोतरी हुई है जबकि भारतीय खुदरा खरीदारों को घरेलू कीमतों में तेज गिरावट से राहत मिली। चाँदी की हाजिर कीमतें 1.1% बढ़कर 27.12 डॉलर पर बंद हुई। (शेयर मंथन, 08 फरवरी 2021)
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