सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और उच्च स्तर से बिकवाली होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 46,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 63,600 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 62,500 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी मुद्रास्फीति के आँकड़ों से पहले डॉलर के मजबूत होने से बुलियन की माँग कम होने के कारण आज सोने की कीमतों में नरमी है जबकि सतर्क निवेशकों ने इस सप्ताह अमेरिकी उपभोक्ता कीमतों के आँकड़ों का इंतजार कर रहे है, जो फेडरल रिजर्व के फैसले के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है कि कब अपनी मददगार नीति से बाहर निकलना है। डॉलर इंडेक्स सोमवार को दो सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद स्थिर है जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य आँकड़ा आज आने वाला है। अर्थशास्त्रिायों को उम्मीद है कि कोर सीपीआई, जुलाई की तुलना में अगस्त में 0.3% बढ़ गया है। ईसीबी नीति निर्माता इसाबेल श्नाबेल ने सोमवार को कहा कि यूरो क्षेत्र में मुद्रास्फीति अगले साल जल्द से जल्द कम हो जायेगी, लेकिन यूरोपीय सेंट्रल बैंक कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग सोमवार को 0.2% बढ़कर 1,000.21 टन हो गयी, जो शुक्रवार को 998.17 टन थी। चांदी की कीमतें 0.1% गिरकर 23.70 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 14 सितम्बर 2021)
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