सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और उच्च स्तर से बिकवाली होने की संभावना है।
सोने की कीमतों को 47,350 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 46,900 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 64,100 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 62,900 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी मुद्रास्फीति में अनुमान से कम वृद्धि के कारण अमेरिकी केंद्रीय बैंक अपनी संपत्ति खरीद को कम करना शुरू करने को लेकर अनिश्चितता से डॉलर और बॉन्ड यील्ड के दबाव में आने के बाद आज सोने की कीमतें 1,800 डॉलर के प्रमुख मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर कारोबार कर रही है। अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पिछले महीने 0.3% की अपेक्षित वृद्धि की तुलना में सिर्फ 0.1% ही बढ़ा है जो पिछले छह महीने में यह सबसे कम बढ़त है, जिससे पता चलता है कि मुद्रास्फीति शायद अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी है लेकिन लगातार आपूर्ति बाधाओं के बीच कुछ समय के लिए अधिक स्तरों पर बनी रह सकती है।
फेड अगले सप्ताह दो दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक आयोजित करेगा। सीपीआई आँकड़ों के कारण डॉलर इंडेक्स पर दबाव पड़ा, जबकि बेंचमार्क अमेरिकी 10-वर्षीय यील्ड 24 अगस्त के बाद से सबसे कम रहा। चांदी की कीमतें 0.1% गिरकर 23.81 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 15 सितम्बर 2021)
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