बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 519 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 529 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है और एलएमई में भी कीमतों में मिलाजुला रुझान रहा जबकि निवेशकों की निगाहें 15-16 को अमेरिकी केंद्रीय बैंक की दो दिवसीय नीति बैठक पर टिकी हुई है। पिछले शुक्रवार को चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किया गया नया सामाजिक वित्तपोषण और युआन में नया ऋण सहित चीन का वित्तीय आँकड़ा बाजार की उम्मीदों से अधिक है। निरंतर पर्याप्त लिक्वीडिटी ने आर्थिक सुधर के लिए गति प्रदान किया और तांबे की कीमतों को उच्च स्तर पर रख। लेकिन अमेरिका-चीन और चीन-भारत के बीच तनाव बढ़ने से निवेशकों में चिंता बढ़ गयी है, जिससे तांबे की कीमतों पर दबाव है। कम अवधि में तांबे की कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना है।
जिंक की कीमतें 189 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 194 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 146 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 149 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,092 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,129 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है।
एल्युमीनियम की कीमतें 143 रुपये के पास सहारा के साथ 146 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। भारत घरेलू उत्पादकों की रक्षा के लिए चीन और अन्य एशियाई देशों से आयात को रोकने के लिए नीतियों को विकसित करते हुये एल्युमीनियम आयात की निगरानी बढ़ाने की योजना बना रहा है। (शेयर मंथन, 14 सितंबर 2020)