छोटी अवधि में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख रह सकता है।
निफ्टी (Nifty) को 5780 के स्तर पर सहारा मिलेगा। अगर नकारात्मक संकेत की वजह से यह इस स्तर के नीचे टूटता है, तो निफ्टी को 5700 के स्तर मजबूत सहारा मिलेगा। अभी बाजार की नजर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के कदम पर लगी हुई है। आगामी 19 जनवरी 2013 को आरबीआई मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाला है। अगर नीतिगत ब्याज दरों में कटौती होती है, तो बाजार के लिए यह सकारात्मक होगा। इसके अलावा सरकार आर्थिक सुधार कार्यक्रमों को जारी रखती है, तो बाजार को और बल मिलेगा। कारोबारियों को मेरी सलाह है कि अभी खरीदारी या बिकवाली सौदे करते समय घाटा काटने के स्तरों का विशेष ध्यान रखें।
क्षेत्रों के लिहाज से तेल-गैस और बैंक ठीक लग रह हैं, जबकि एफएमसीजी और दवा दबाव में नजर आ रहे हैं। निवेशक लंबी अवधि के लिहाज से एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनआईआईटी टेक्नोलॉजीज और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज (Neeraj Dewan, Director, Quantum Securities)
(शेयर मंथन, 15 मार्च 2013)
Add comment