सोमवार को भारतीय बाजार में लगातार सातवें दिन कमजोरी आयी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के विभिन्न एक्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत की संभावनाएँ दिखने से बाजार दबाव में दिखा।
इसके साथ ही कुछ कमजोर तिमाही नतीजों और वैश्विक बाजारों के दबावों का भी असर रहा। आज भारतीय बाजार ने लगभग 150 अंकों के नुकसान के साथ ही शुरुआत की और सत्र आगे बढ़ने के साथ-साथ नुकसान भी बढ़ता गया।
सेंसेक्स 28,183 के निचले स्तर तक जाने के बाद इसके करीब ही बंद हुआ। यह 491 अंक या 1.71% की गिरावट के साथ 28,227 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी 8,516 के निचले स्तर तक फिसलने के बाद अंत में 135 अंक या 1.56% की गिरावट के साथ 8,526 पर बंद हुआ।
छोटे-मँझोले शेयरों में भी इसी तरह से दबाव दिखा। बीएसई मिडकैप में 1.41% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.50% की कमजोरी रही। इसी तरह एनएसई के सीएनएक्स मिडकैप में 1.67% और सीएनएक्स स्मॉलकैप में 1.01% की कमजोरी आयी।
सारे ही क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में रहे। एलऐंडटी के नतीजों के बाद उसमें आयी भारी गिरावट के कारण कैपिटल गुड्स सूचकांक सबसे ज्यादा 4.3% टूट गया। साथ ही रियल्टी में 2.7%, मेटल में 2.5%, ऑटो में 2.3% और बैंकेक्स में 2.1% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 09 फरवरी 2015)
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