शेयर मंथन में खोजें

दूसरी तिमाही में विप्रो के मुनाफे में 9.3 फीसदी की गिरावट

आईटी सर्विस की दिग्गज कंपनी विप्रो के मुनाफे में 9.3 फीसदी की गिरावट आयी है। दूसरी तिमाही में कंपनी के मुनाफे में गिरावट की वजह कर्मचारियों के खर्च के अलावा अमेरिकी कारोबार से कमाई में गिरावट रही।

 मुनाफा 9.3 फीसदी गिर कर 2,659 करोड़ रुपये दर्ज हुआ है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 2,930.6 करोड़ रुपये था। हालाकि तिमाही आधार पर कंपनी के मुनाफे में 3.72 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जो 2,563.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,659 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी की ऑपरेशनल आय 14.60 फीसदी बढ़कर 22,539.7 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि में आय 19,667.4 करोड़ रुपये थी। ऑपरेटिंग मार्जिन 16 बेसिस प्वाइंट बढ़ कर 15.1 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है।

कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी थियेरी डेलापोर्टे ने कहा कि कंपनी के ऑर्डरबुक में वृद्धि देखी गई है। साथ ही कंपनी को कई ऑर्डर मिले हैं। कंपनी ने 10000 कर्मचारियों को प्रोमोशन दिया है। दूसरी तिमाही में एट्रिशन दर भी कम रही है और यह 23.3 फीसदी से गिर कर 23 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी यानी चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जतिन दलाल ने कहा कि कंपनी ने दूसरी तिमाही में 15.1 फीसदी का मार्जिन हासिल किया है। कंपनी ने यह मार्जिन वेतन में बढ़ोतरी और प्रोमोशन के बावजूद हासिल किया है।
दूसरी तिमाही में नए कर्मचारियों की भर्ती की संख्या में कमी आई है। कंपनी ने नेट आधार पर 605 कर्मचारियों की भर्ती की है। कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 2.59 लाख के स्तर पर पहुंच गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में 15,446 नए कर्मचारियों की भर्ती की थी। कंपनी के मुताबिक गैर अमेरिकी बाजारों में ग्राहकों से होने वाली आय में गिरावट देखने को मिली है। यूरोप से होने वाली आय पिछले साल के 918.6 करोड़ रुपये से घटकर 787.5 करोड़ रुपये रह गया है। वहीं एशिया प्रशांत,मिडिल-ईस्ट,अफ्रीका क्षेत्र में आय पिछले साल के 302.8 करोड़ रुपये के मुकाबले 219.4 करोड़ रुपये ही रही।

 (शेयर मंथन, 12 अक्टूबर 2022)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • बजट 2024 : याद करेंगे आप 20 साल बाद! - निवेश मंथन पत्रिका (अगस्त 2024)

    इस साल के पूर्ण बजट से एक बदलाव ऐसा आया है, जिसे अभी या अगले 4-5 साल में नहीं, बल्कि शायद 20-30 साल बाद ज्यादा शिद्दत से महसूस किया जायेगा। और यह बात है दीर्घावधि पूँजीगत लाभ (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन) पर इंडेक्सेशन की समाप्ति।

  • सेंसेक्स होगा 1 लाख पार - निवेश मंथन पत्रिका (जुलाई 2024)

    तीसरी बार मोदी सरकार बनने की आशा में छह महीने पहले भी भारतीय शेयर बाजार खूब उत्साहित था। वह आशा पूरी जरूर हुई, लेकिन गठबंधन की लाठी का थोड़ा सहारा लेकर। फिर भी, बाजार में बहुत-से जानकारों ने अब अगले 12 महीनों में ही सेंसेक्स 1 लाख पर होने के अनुमान रख दिये हैं।

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"