दूसरी तिमाही में ओएनजीसी (ONGC) के मुनाफे में भारी गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह सरकार की ओर से लगाया गया विंडफॉल टैक्स है। तिमाही आधार पर ओएनजीसी के मुनाफे में 15.7% की गिरावट देखी गई है।
कंपनी का स्टैंडअलोन मुनाफा 15,206 करोड़ रुपये से घटकर 12,826 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। वहीं कंपनी की स्टैंडअलोन आय में 9.5% की कमी देखने को मिली है। कंपनी की आय 42320.7 करोड़ रुपये से घटकर 38320.8 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी के कामकाजी मुनाफे में 27.5% की कमी दर्ज हुई है। कामकाजी मुनाफा 25930.3 करोड़ रुपये से घटकर 18811.6 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है। वहीं कंपनी के मार्जिन में भारी गिरावट देखी गई है। दूसरी तिमाही में मार्जिन 61.3% से घटकर 49.1% के स्तर पर आ गया है। बोर्ड ने 6.75 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है। कंपनी डिविडेंड पर कुल 8,492 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कंपनी के क्रूड ऑयल के उत्पादन पर खर्च में 37.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कच्चे तेल का उत्पादन खर्च 69.36 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 95.49 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। आपको बता दें कि ओएनजीसी क्रूड ऑयल की बिक्री करती है जिसे रिफाइन कर पेट्रोल, डीजल का उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा दूसरे पेट्रोलियम उत्पाद भी बनाए जाते हैं। सरकार ने 1 जुलाई से वैश्विक स्तर पर एनर्जी कीमतों में बढ़ोतरी से हुए फायदे पर सरकार ने विंडफॉल टैक्स लगाने का आदेश जारी किया था। इस नए टैक्स की सरकार हर 15 दिन पर समीक्षा करती है।
(शेयर मंथन, 16 नवंबर, 2022)
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