बूँद-बूँद से घड़ा भरता है, यह बात कल भी सच थी और आज भी उतनी सच है। अगर इसे निवेशकों पर लागू करें तो एसआईपी (SIP) वह बूँद है, जिससे संपत्तियों का घड़ा भरता है। म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) उद्योग में एसआईपी यानी सुनियोजित निवेश योजना के जरिये निवेश पर भरोसा बढ़ रहा है।
बीते चार महीनों से निवेशक लगातार 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश एसआईपी के जरिये विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं में कर रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आँकड़ों के मुताबिक एसआईपी के जरिये निवेश अगस्त में 12,693 करोड़ रुपये के सर्वोच्च स्तर को छू गया है।
एम्फी के मुताबिक इस साल मई से ही एसआईपी प्रवाह लगातार 12,000 करोड़ रुपये के ऊपर बना हुआ है। जुलाई में यह आँकड़ा 12,140 करोड़ रुपये, जून में 12,276 करोड़ रुपये और मई में 12,286 करोड़ रुपये का था। हालाँकि अप्रैल में एसआईपी प्रवाह 12,000 करोड़ के नीचे रहा, पर तब भी यह आँकड़ा 11,863 करोड़ रुपये था। अगर अप्रैल से लेकर अगस्त तक इस वित्त वर्ष के शुरुआती पाँच महीनों के दौरान कुल प्रवाह को जोड़ें तो कुल राशि 61,258 करोड़ रुपये है।
अगस्त में एसआईपी (SIP) रिकॉर्ड स्तर पर
वित्त वर्ष 2021-22 में एसआईपी प्रवाह 1.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। अगस्त 2021 से तुलना करें तो अगस्त 2022 में एसआईपी में 2,200 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। एक वर्ष पहले तक एसआईपी में निवेश 10,000 करोड़ रुपये से कम रहता था। अगस्त 2021 में एसआईपी प्रवाह 9,923 करोड़ रुपये रहा था। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि एसआईपी के जरिये निवेश में हाल में जोरदार वृद्धि हुई है।
एसआईपी एयूएम 6.4 लाख करोड़ पर
एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंडों की कुल प्रबंधन अधीन संपदाओं (एसेट अंडर मैनेजमेंट या एयूएम) की राशि मार्च 2022 में खत्म वित्त-वर्ष के 5.76 लाख करोड़ रुपये से बढ़ कर बीते अगस्त महीने के अंत तक 6.4 लाख करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। अगस्त महीने में पूरे म्यूचुअल फंड उद्योग का कुल एयूएम रिकॉर्ड 39,33,878 करोड़ रुपये पर पहुँच गया है, जो पिछले महीने जुलाई में 37,74,803 करोड़ रुपये रहा था।
विगत पाँच वर्षों के दौरान एसआईपी एयूएम वार्षिक आधार पर 30% बढ़ा है, जो समूचे म्यूचुअल फंड उद्योग के परिसंपत्ति आधार में वृद्धि से दोगुना है। इससे यह पता चलता है कि बढ़ती ब्याज दरों के बीच इक्विटी मार्केट में चल रही उठा-पटक के बावजूद एसआईपी के जरिये निवेश पर निवेशकों का भरोसा बरकरार है।
एसआईपी निवेशकों की संख्या भी बढ़ी
एसआईपी के जरिये नये निवेशकों की संख्या में भी अगस्त के दौरान अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। एम्फी के आँकड़ों के मुताबिक वित्त-वर्ष 2022-23 के पहले पाँच महीनों की अवधि में कुल एसआईपी खातों की संख्या 52.77 करोड़ से बढ़ कर 57.16 करोड़ हो गयी। अकेले अगस्त में ही नये एसआईपी की संख्या 3.71 लाख बढ़ कर 21.13 लाख हो गयी, जबकि जुलाई में यह संख्या 17.42 लाख थी। (शेयर मंथन, 23 सितंबर 2022)