एनएलसी इंडिया (NLC India) और RVUNL यानी राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड ने ज्वाइंट वेंचर यानी संयुक्त उपक्रम के गठन का ऐलान किया है। दोनों कंपनियों ने संयुक्त उपक्रम का गठन थर्मल पावर इकाई के लिए किया गया है।
इसके साथ ही 2000 मेगा वाट रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए जेवी का गठन किया है। 29 अगस्त को एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक बोर्ड से राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के साथ संयुक्त उपक्रम के गठन को मंजूरी दी है। इस जेवी करार के तहत लिग्नाइट आधारित थर्मल पावर स्टेशन राजस्थान में लगाना है। इसके साथ ही माइन्स भी विकसित करना है ताकि थर्मल पावर स्टेशन की ईंधन जरूरतों को पूरा किया जा सके। हालाकि इसके लिए सरकार के अलावा दूसरी रेगुलेटरी मंजूरियां लेना बाकी है। कंपनी की ओर से किया गया यह पहला संयुक्त उपक्रम है। इसके अलावा NLCIL ने RVUNL के साथ एक संयुक्त उपक्रम के गठन को सैद्धांतिक मंजूरी दी है। इसका गठन कंपनी की सब्सिडियरी एनएलसी इंडिया रिन्युएबल्स लिमिटेड के जरिए की जाएगी। इसके तहत रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की संयुक्त क्षमता 2000 मेगावाट तक की होगी। इस जेवी के लिए भी भारत सरकार और दूसरी मंजूरियां लेनी बाकी है। समझौते के तहत दोनों जेवी में NLCIL के पास 74% हिस्सेदारी बल्कि RVUNLके पास 26% हिस्सेदारी होगी। इस वेंचर्स के लिए शुरुआती पेडअप कैपिटल 5 लाख रुपये रखी गई है। एनएलसी इंडिया का शेयर शुक्रवार को 0.13% चढ़ कर 275.10 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 01 सितंबर 2024)
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