कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 169 अंक यानी 0.85% की गिरावट के साथ 19,818 पर बंद हुआ। निफ्टी 55 अंक यानी 0.90% की कमजोरी के साथ 6002 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.35% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.35% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.24% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में ऑटो और धातु क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। हालाँकि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 20,000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसला। इसके बाद बाजार में लाल निशान पर ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट बढ़ी। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों से बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार में गिरावट पर एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार टूटता नजर आया। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 19,783 और निफ्टी 5992 पर दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। हालाँकि निफ्टी जल्द ही 6000 के स्तर के ऊपर पहुँचा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निम्न स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.40% का घाटा पहुँचा। धातु में 2.10%, बैंकिंग में 1.66%, रियल्टी में 1.37%, कैपिटल गुड्स-पीएसयू में 1.17% और 1.17% की गिरावट रही। पावर में 0.97%, टीईसीके में 0.58%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.29%, एफएमसीजी में 0.26% , हेल्थकेयर में 0.25% और आईटी में 0.10% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, तेल-गैस में 0.43% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 16 जनवरी 2013)
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