सर्राफा की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है। सोने की कीमतों को 49,100 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 48,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी (जुलाई) की कीमतों में 72,300 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 71,500 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतें एक सप्ताह के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है जबकि निवेशकों की नजर इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक पर है क्योंकि अमेरिकी उपभोक्ता कीमतों में हाल ही में उछाल के बाद नीतिगत बदलाव की उम्मीद की जा रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.5% की गिरावट के साथ 1,867.51 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं जो 4 जून के बाद का सबसे निचला स्तर है। अमेरिकी सोना वायदा 0.5% गिरकर 1,871.10 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। पिछले सत्र में लगभग एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद डॉलर सूचकांक फिर से 90.057 तक कमजोर हो गया। डॉलर 0.1% बढ़कर अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। बढ़ती मुद्रास्फीति और आर्थिक सुधार पर नीति निर्माताओं के दृष्टिकोण पर और स्पष्टता के लिए अब फेड की 15-16 जून की नीति बैठक पर ध्यान केंद्रित किया गया है। बैंक ऑफ जापान अपने राहत कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर खुला रखने के लिए तैयार है और एक कमजोर आर्थिक सुधार का समर्थन करने के लिए अगले सप्ताह अपने महामारी-राहत कार्यक्रमों का विस्तार कर सकता है।
भारत और चीन में पिछले सप्ताह भौतिक सोने की माँग बढ़ी, फिर भी डीलर अभी भी छूट की पेशकश करने के लिए मजबूर है जबकि कुछ कोविड-19 प्रतिबंधें में ढील के कारण भारत में व्यावसायिक जीवन की पटरी पर वापसी हुई है। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेंडिंग कमिशन के आँकड़ों से पता चलता है कि सटोरियों ने 8 जून को समाप्त में कोमेक्स में सोना वायदा में अपने शुद्ध लॉन्ग पोजीशन को कम किया और चांदी में अपने शुद्ध लॉन्ग पोजीशन को बढ़ाया है। चांदी की कीमतें 0.4% फिसलकर 27.78 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 14 जून 2021)
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