बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 818-829 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
बेस मेटल की कीमतों में वृद्धि जारी रही क्योंकि रूस ने कहा कि वह गैस की बिक्री के लिए शत्रु देशों से रूबल में भुगतान की माँग करेगा, जिससे यूरोपीय गैस की कीमतें बढ़ रही हैं और अधिक स्मेल्टर बंद होने की चिंता बढ़ रही है। जाम्बिया के मोपानी कॉपर माइंस ने बुधवार को खदान में तीन दिनों में दूसरी घातक दुर्घटना की सूचना दी। इसके चलते ऑपरेशन गतिविधि बाधिता हो गयी है। एलएमई ने कहा है कि कुछ सदस्यों के माँग के बावजूद रूसी उत्पादकों से प्राप्त मेटल, जैसे नोरिल्स्क निकल से निकल और तांबा या रुसल से एल्युमीनियम, पर अपने सिस्टम पर प्रतिबंध लगाने की उसकी कोई योजना नहीं है।
निकल में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 2,090 रुपये पर सहारा और 2,200 रुपये पर अड़चन रह सकता है। शंघाई में कारोबार की दैनिक सीमा बढ़ाये जाने के बाद निकल की कीमतें आज 17% बढ़ गयी, जबकि लंदन में एल्युमीनियम की कीमतों में आज दूसरे दिन भी बढ़ोतरी जारी रही क्योंकि रूस-यूक्रेन संघर्ष और उच्च ऊर्जा लागत से वैश्विक आपूर्ति पर चिंता बरकरार है।
एल्युमीनियम की कीमतें तेजी के रुझान के कारोबार कर सकती है और 292 रुपये के सहारा और 300 रुपये पर रुकावट रह सकता है। रूस को एल्युमीनियम के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के ऑस्ट्रेलिया के फैसले से रूसी एल्युमीनियम की दिग्गज कंपनी रुसल पर कच्चे माल का दबाव अधिक बढ़ गया है। जर्मन एल्युमीनियम निर्माता टिंमेट आने वाले हफ्तों में ऊर्जा-गहन उत्पादन प्रक्रिया के लिए भारी लागत के बीच एसेन में अपने मुख्य कारखाने में उत्पादन में आधे से अधिक कटौती करेगी।
जिंक में खरीददारी हो सकती है और कीमतों को 342 रुपये पर सहारा और 350 पर अड़चन रह सकता है। लेड की कीमतें 180-184 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2022)