कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 8,670-8,915 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
सप्ताह के पहले भाग में तेजी से बढ़ने के बाद आज भी तेल वायदा में बढ़त जारी रही क्योंकि काला सागर में एक प्रमुख निर्यात टर्मिनल प्रणाली पर तूपफान के कारण नुकसान की रिपोर्ट के बाद कारोबारियों को अतिरित्तफ आपूर्ति व्यवधन की आशंका है। तूफान से हुये नुकसान के बाद कजाकिस्तान के कैस्पियन पाइपलाइन कंसोर्टियम (सीपीसी) टर्मिनल से कच्चे तेल का निर्यात पूरी तरह से बंद होने की खबरों के बाद कल तेल बाजारों में 5% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। रूस के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि तेल की आपूर्ति दो महीने के लिए रोक दी जा सकती है। सीपीसी पाइपलाइन मुख्य रूप से कजाकिस्तान से लगभग 1.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन कच्चा तेल 1के रूसी काला सागर तट पर एक बंदरगाह तक ले जाती है। इसके अलावा अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट से भी वायदा कीमतों को मदद मिली। ईआईए के आँकड़ों के अनुसार, अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में पिछले हफ्ते 2.5 मिलियन बैरल की गिरावट हुई, जबकि अमेरिकी स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व के भंडार में 4.2 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है। ईआईए के आँकड़ों के अनुसार, अमेरिकी तेल उत्पादन प्रति दिन 11.6 मिलियन बैरल पर स्थिर रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आज यूरोपीय नेताओं के साथ रूसी आक्रमण, जिसे मास्को ‘विशेष अभियान’ कहता है, पर चर्चा करने के बाद रूस पर अधिक प्रतिबंधें की संभावना से कीमतों में तेजी बनी हुई है।
नेचुरल गैस में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है और कीमतों को 380 रुपये के स्तर पर सहारा और 398 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। रूस ने कहा कि वह गैस की बिक्री के लिए शत्रु देशों से रूबल में भुगतान की माँग करेगा, जिससे यूरोपीय गैस की कीमतें बढ़ रही हैं। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2022)