कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 209 अंक यानी 1.02% की गिरावट के साथ 20,282 पर बंद हुआ। निफ्टी 61 अंक यानी 1.00% गिर कर 6018 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.96% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.78% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.76% की बढ़त रही। आज के कारोबार में धातु और पावर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में मजबूती बढ़ी। निफ्टी 6100 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 20,584 और निफ्टी 6109 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन बाजार जल्द ही बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी भी 6100 के स्तर से नीचे चला गया। इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार में गिरावट गहरायी इस दौरान सेंसेक्स 20,262 और निफ्टी 6012 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज धातु क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.80% का घाटा हुआ। पावर में 1.75%, ऑटो में 1.62%, कैपिटल गुड्स में 1.53%, पीएसयू में 1.33%, रियल्टी में 1.20% और तेल-गैस में 1.15% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.68%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.63% और आईटी में 0.57% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 0.56% की बढ़त रही, जबकि हेल्थकेयर बिना किसी बदलाव के सपाट बंद हुआ। (शेयर मंथन, 12 नवंबर 2013)
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