कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से बाजार पर दबाव रहा।
निफ्टी (Nifty) 6200 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 256 अंक यानी 1.22% की गिरावट के साथ 20,635 पर बंद हुआ। निफ्टी 80 अंक यानी 1.30% गिर कर 6123 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.63% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.10% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.23% की बढ़त रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे खुला। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट में कमी आयी। इस दौरान बाजार हरे निशान को लगभग छू गया। सेंसेक्स 20,895 और निफ्टी 6204 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार लड़खड़ाया। जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 20,580 और निफ्टी 6107 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.76% का घाटा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.63%, ऑटो में 1.23%, टीईसीके में 1.21%, कैपिटल गुड्स में 1.17%, तेल-गैस में 1.15%, हेल्थकेयर में 1.06% और आईटी में 1.03% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.88%, पीएसयू में 0.57%, रियल्टी में 0.44% और पावर में 0.29% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, धातु में 0.16% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 20 नवंबर 2013)
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