कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) द्वारा बांड खरीद कार्यक्रमों को जल्द घटाये जाने के संकेतों से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ी है।
निफ्टी (Nifty) 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 406 अंक यानी 1.97% की गिरावट के साथ 20,229 पर बंद हुआ। निफ्टी 124 अंक यानी 2.02% गिर कर 5999 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.67% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.18% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.91% की गिरावट रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। निफ्टी 6100 के स्तर से नीचे खुला। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच दोपहर के कारोबार में घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गयी। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,189 और निफ्टी 5985 दिन के निचले स्तरों तक चले गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में तीखी गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.49% का घाटा हुआ। कैपिटल गुड्स में 2.37%, रियल्टी में 2.29%, पावर में 2.06%, पीएसयू में 2.00%, एफएमसीजी में 1.87%, धातु में 1.79%, तेल-गैस में 1.70%, टीईसीके में 1.66%, आईटी में 1.59%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.38% और हेल्थकेयर में 1.27% की गिरावट रही। ऑटो में 0.96% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 21 नवंबर 2013)
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