कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक कमजोरी के साथ सपाट बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा। 1 डॉलर की कीमत 63 रुपये के पार चली गयी है।
निफ्टी (Nifty) 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 12 अंक यानी 0.06% की मामूली कमजोरी के साथ 20,217 पर बंद हुआ। निफ्टी 4 अंक यानी 0.06% की कमजोरी के साथ 5995 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.21% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.13% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.05% की मामूली बढ़त रही। आज के कारोबार में ऑटो में सबसे ज्यादा बिकवाली और कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 6000 के स्तर से ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 20,388 और निफ्टी 6050 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की मजबूती में कमी आयी। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसल गया। हालाँकि इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। निफ्टी 6000 के स्तर को दोबारा पार करने में कामयाब रहा। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार का जोश बढ़ा, लेकिन दोपहर के कारोबार में बाजार की मजबूती घटी। हालाँकि इसके बाद बाजार की मजबूती बढ़ी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,138 और निफ्टी 5973 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार वापस हरे निशान पर लौट आया। निफ्टी 6000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। कारोबार के अंत में निफ्टी हरे निशान पर बने रहने में कामयाब रहा, लेकिन सेंसेक्स लाल निशान पर फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में सपाट बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.21% की गिरावट रही। रियल्टी में 0.71%, एफएमसीजी में 0.60%, धातु में 0.36% और बैंकिंग में 0.16% की कमजोरी रही। टीईसीके में 0.04% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 1.21% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.69%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.65%, पीएसयू में 0.36%, हेल्थकेयर में 0.14%, आईटी में 0.09% की बढ़त रही। पावर में 0.01% की मामूली बढ़त रही। (शेयर मंथन, 22 नवंबर 2013)
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