कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निराशाजनक मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आँकड़ों से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दिसंबर महीने में देश का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई घट कर 50.7 रहा है। जो कि नवंबर 2013 में 51.2 दर्ज हुआ था।
सेंसेक्स (Sensex) 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। निफ्टी (Nifty) 6300 के स्तर से नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स 252 अंक यानी 1.19% की गिरावट के साथ 20,888 पर बंद हुआ। निफ्टी 80 अंक यानी 1.28% गिर कर 6221 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.13% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.77% और बीएसई स्मॉलकैप 2.03% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। इस दौरान सेंसेक्स 21,331 और निफ्टी 6358 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर लुढ़क गया। सेंसेक्स 21,000 और निफ्टी 6300 के मनौवैज्ञानिक स्तरों से नीचे फिसल गये। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार टूटता चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,847 और निफ्टी 6211 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.07% का घाटा हुआ। कैपिटल गुड्स में 2.84%, पावर में 2.09%, बैंकिंग में 1.82%, एफएमसीजी में 1.74%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.73%, तेल-गैस में 1.72%, धातु में 1.49%, ऑटो में 085%, हेल्थकेयर में 0.72% और टीईसीके में 0.42% की गिरावट रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.11% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 02 जनवरी 2014)
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