कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
दिसंबर महीने के निराशाजनक सर्विस पीएमआई आँकड़ों से घरेलू बाजार पर दबाव रहा। दिसंबर माह में सर्विस क्षेत्र की पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) 46.7 रही, जबकि नवंबर में यह 47.2 दर्ज की गयी थी।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से भी बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6200 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स (Sensex) 64 अंक यानी 0.31% की गिरावट के साथ 20,787 पर बंद हुआ। निफ्टी 20 अंक यानी 0.32% की कमजोरी के साथ 6191 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.25% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.35% और बीएसई स्मॉलकैप 0.95% की मजबूती रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
एशियाई शेयर बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ी। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आयी। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार लुढ़कता चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,722 और निफ्टी 6170 दिन के निचले स्तरों तक फिसल गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार अपने निचले स्तर से थोड़ा सँभलता नजर आया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.13% की गिरावट रही। रियल्टी में 0.71%, पावर में 0.41%, आईटी में 0.49%, टीईसीके में 0.34% और तेल-गैस में 0.21% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, हेल्थकेयर में0.48%, एफएमसीजी में 0.44%, ऑटो में 0.20% और कैपिटल गुड्स में 0.14% की बढ़त रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.03% और धातु में 0.02% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 06 जनवरी 2014)
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