वैश्विक संकेतों और गैस की कीमत में बढ़ोतरी के चलते भारतीय शेयर बाजार अभी सकारात्मक नजर आ रहा है।
लेकिन मुझे निफ्टी (Nifty) 5800 के ऊपर जाता नहीं दिख रहा है। निफ्टी को 5800 के स्तर पर कड़ी बाधा का सामना करना पड़ेगा, जबकि निफ्टी को 5500-5600 के दायरे में मजबूत सहारा मिल रहा है। रुपये के मोर्चे पर घरेलू बाजार में दबाव बना हुआ। मेरा कहना है कि जब तक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया सँभलता नहीं है, तब तक घरेलू बाजार एक सीमित दायरे में रह सकता है। रुपये के सँभलने के बाद ही बाजार में नयी चाल देखने को मिल सकती है।
क्षेत्रों के लिहाज से तेल-गैस, आईटी और निजी बैंक ठीक लग रहे हैं। कारोबारियों को सलाह है कि अभी मौजूदा स्थिति में सौदे करने से बचें। निवेशक लंबी अवधि के लिहाज से रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक और टीसीएस शेयरों में निवेश कर सकते हैं। (इनमें विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।) नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज (Neeraj Dewan, Director, Quantum Securities)
(शेयर मंथन, 28 जून 2013)
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