आरबीआई (RBI) के छोटी अवधि की उधारी पर ब्याज दरों को बढ़ाने के कदम से भारतीय शेयर बाजार पर आज दबाव नजर आ रहा है।
निफ्टी (Nifty) 6050 के स्तर पर कड़ी बाधा का सामना करना पड़ेगा, जबकि निफ्टी को 5900 के दायरे में मजबूत सहारा मिल रहा है। अगर निफ्टी 5900 के स्तर के नीचे टूटता है, तो इससे 5750-5700 पर समर्थन मिलेगा। रुपये की गिरावट को काबू करने के लिए उठाये गये कदम के बाद अब घरेलू बाजार की नजर नीतिगत ब्याज दरों को लेकर उठाये जाने वाले कदम पर लग गयी है।
क्षेत्रों के लिहाज से तेल-गैस और आईटी ठीक लग रहे हैं। कारोबारियों को सलाह है कि अभी मौजूदा स्थिति में सौदे करने से बचें। निवेशक लंबी अवधि के लिहाज से रैनबैक्सी, बीपीसीएल, इन्फोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और टीसीएस शेयरों में निवेश कर सकते हैं। (इनमें विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।) नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज (Neeraj Dewan, Director, Quantum Securities)
(शेयर मंथन, 16 जुलाई 2013)
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