सरकारी तेल कंपनी बीपीसीएल (BPCL) के घाटे में कमी देखने को मिली है। स्टैंडअलोन आधार पर दूसरी तिमाही में घाटा 304.17 करोड़ रुपया रहा है।
वहीं पिछली तिमाही में घाटा 6,263.05 करोड़ रुपये था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में मुनाफा ₹2,840.73 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी की आय में भी 5.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। तिमाही आधार पर आय 1.21 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 1.14 लाख करोड़ रुपये रहा है। वहीं दूसरी तिमाही में 5865 करोड़ रुपये के कामकाजी घाटे के मुकाबले कंपनी ने 1434 करोड़ रुपये का कामकाजी मुनाफा दर्ज किया है। कंपनी का मार्जिन 1.25% के स्तर पर रहा है। कंपनी को सरकार से एक बार 5582 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। कंपनी को सरकार से यह आर्थिक सहायता पेट्रोल, डीजल की बिक्री पर हुए नुकसान के लिए दी गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 के पहले छह महीने में 23.20 MMT (एमएमटी) उत्पादों की बिक्री की है, वहीं पिछले साल इसी अवधि में यह 19.54 MMT था। कंपनी के बिक्री में एमएस-रिटेल की हिस्सेदारी 24.70%, एचएसडी-रिटेल 29.78% और एटीएफ (ATF) (97.72%) रही है। कंपनी का 6 महीने का औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन यानी जीआरएम (GRM) $22.30 है जबकि पिछले साल इसी अवधि में $5.23 प्रति बैरल था। इस जीआरएम में 1 जुलाई 2022 को लगाए गए विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और सड़क, इंफ्रा सेस (उपकर) शामिल नहीं है।
(शेयर मंथन, 08 नवंबर 2022)
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